April 27, 2024

विवि में पूर्व में हो चुकी बड़ी गड़बड़ी , परीक्षाओं में आई थी दिक्कत

 

इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय पिछले कई महीनो से उत्तर पुस्तिकाओं की कमी से जूझ रहा है। पिछले वर्ष कॉपी की छोटी साइज की वजह से बड़ा बवाल मच गया था। ऐसी स्थिति में यूनिवर्सिटी पर कई तरह के आरोप भी लगे थे। अब यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है आगामी समय में सभी परेशानी दूर हो जाएगी।
यूनिवर्सिटी के लिए आने वाले दो- तीन महीने राहत भर होंगे। यूनिवर्सिटी ने हाल ही में उत्तर पुस्तिकाओं की खरीदी की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए अब यूनिवर्सिटी के अधिकारी तकनीकी पहलू पर विचार कर रहे हैं।
अधिकारियों की मानें तो आगामी दो से तीन महीने में यूनिवर्सिटी को करीब 2 लाख उत्तर पुस्तिकाएं प्राप्त हो जाएगी। बताया जा रहा है कि वर्तमान में तो यूनिवर्सिटी स्टॉक में रखी उत्तर पुस्तिकाओं से काम चल रही है।
वर्तमान में ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष की परीक्षाएं संचालित हो रही है। इनमें छात्रों की संख्या बहुत अधिक नहीं होने के कारण यूनिवर्सिटी स्टॉक में रखी उत्तर पुस्तिकाओं से ही काम चल रही है। आगामी महीने में अन्य सभी वर्षों की भी परीक्षाएं चालू हो जाएगी।
ऐसे में उत्तर पुस्तिकाओं की भारी कमी आ सकती है। हालांकि यह परीक्षाएं चुनाव खत्म होने के पश्चात ही होगी। ऐसे में किसी भी प्रकार की मामले से भी बचा जा सकेगा। बताया जा रहा है कि यूनिवर्सिटी ने फरवरी में टेंडर निकाला था, लेकिन दस दिन बाद निविदा से जुड़ी शर्तों में संशोधन करना पड़ा। बाद में फिर प्रक्रिया शुरू की गई।
इन दिनों एजेंसियों को तकनीकी पहलुओं पर परखा गया। रजिस्ट्रार अजय वर्मा का कहना है कि कापियों की खरीदी को लेकर प्रक्रिया अप्रैल दूसरे सप्ताह तक खत्म की जाएगी। विश्वविद्यालय ने पिछले साल एजेंसी को अपने कागज की गुणवत्ता साबित करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए कागज से संबंधित लैब की जांच रिपोर्ट खुद करवा देना थी।
वह रिपोर्ट भी विश्वविद्यालय में जमा हुई। फिर एजेंसी को तय किया गया। यह शर्तें पिछली बार भी रखी थी। उसे लेकर प्रक्रिया पर सवाल खड़े हुए थे। विवाद खड़ा न हो इसके लिए शर्तों में फेलबदल किया है। वैसे पिछली बार इसी शर्त पर एक एजेंसी को फायदा पहुंचा था, जिसमें एक अधिकारी की भूमिका अहम रही थी।