April 29, 2024

ब्यावरा । राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में हनुमान जन्मोत्सव का पावन पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा। हनुमान जन्मोत्सव पर शहर के विभिन्न हनुमान मंदिरों पर आज सुबह से भक्तों का तांता लगा हुआ है। इस अवसर पर हम्माल संघ द्वारा बैलगाड़ी में विराजित हनुमानजी को प्रकृति की छटाओ से सुसज्जित कर विशाल शोभायात्रा निकाली, शोभायात्रा मंडी प्रांगण से शुरू हुई जो नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए अंजनीलाल मंदिर धाम पहुंची, शोभायात्रा का जगह-जगह श्रद्धालुओं द्वारा पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया श्री अंजनीलाल मंदिर पर सार्वजनिक संगीतमय सुंदरकांड पारायण एवं भव्यातिभव्य महाआरती का आयोजन किया। राम भक्त हनुमान मंदिरों को विद्युत साज-सज्जा से सजाया गया श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ हेतु विशेष व्यवस्था की गई शोभायात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल हुए।
महिदपुर। झारड़ा में हनुमान जन्मोत्सव पर खेड़ापति हनुमान मंदिर व मंगल मूर्ति (कांटे वाले) मानस हनुमान मंदिर, पावठिया हनुमान मंदिर, बाबा बाल हनुमान जी जय सियाराम (कुआं वाला),अंचल में गांव तारोट आक्या बजरंग ,आदि जगह हनुमान मंदिरों को फूलों की लडियो से सजाया गया .रंग बिरंगी लाइटों से मंदिर जगमगा रहे थे सभी मंदिरों में हनुमान जी का आकर्षक श्रृंगार किया गया। सुबह से ही भक्तों का तांता मंदिरों में दर्शन के लिए लगा रहा, एवं शाम को मंदिरों में भजन संध्या हनुमान चालीसा सुंदरकांड आदि किए जा रहे थे, खेड़ापति हनुमान (कांटे वाले), एवं बाबा बाल हनुमान जी जय सियाराम (कुआं वाला) दोनों का भव्य जुलूस बग्गी पर सवार होकर बैंड बाजों की धुन पर नगर के प्रमुख मार्गो से निकाला गया जुलूस का जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया नगर भ्रमण करने के पश्चात जुलूस का समापन मंदिर परिसर में हुआ जहां पर खेड़ापति हनुमान (कांटे वाले), पर महा आरती पंडित बंटी बैरागी के द्वारा की गई, बाबा बाल हनुमान जी जय सियाराम (कुआं वाला), पर महा आरती. पंडित जय सियाराम द्वारा की गई तत पश्चात महा प्रसादी एवं भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें अधिक से अधिक भक्तजनो शामिल होकर महा प्रसादी का लाभ लिया
आज श्री हनुमान जन्मोत्सव के पावन पर्व पर नगर हृदय में विराजित श्री रणजीत हनुमान का आकर्षक श्रृंगार किया गया। पूर्व संध्या हनुमान जी का मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक किया गया, सुबह आरती पश्चात विशेष अंगरचना की गयी। शाम को महाआरती पश्चात विशेष प्रसादी का वितरण किया।
रुनीजा
6 अप्रैल को देशभर में हनुमान जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया इसी कड़ी रुनीजा सहित अंचल के समस्त हनुमान मंदिरों पर जन्मोत्सव धूम धाम से मनाया गया।सभी हनुमान मन्दिरो को आकर्षक रूप से सजा कर विभिन्न्न धार्मिक आयोजन आयोजित कर आरती उतारकर महा प्रसादी वितरित की गई। इसी कड़ी में योग चेतना विज्ञान धर्मार्थ सेवा संस्थान बालाजी धाम रुनीजा के संस्थापक ब्रह्मलीन श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर योगीराज स्वामी गरुड़ दास जी के शिष्य महंत भरत दास जी के सानिध्य में हनुमान जन्मोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर धूमधाम से जन्मोत्सव मनाया गया । इस अवसर पर सुबह ब्रह्म महूर्त में पंचमुखी हनुमान एवं बाल हनुमान के साथ राम दरबार का अभिषेक कर आकर्षक रूप से सजाया गया और पण्डित महेश शर्मा के आचार्यत्व में प्रधान यजमान निलेश अग्रवाल , फत्तू सिह यादव , देवेंद्र राठौड़ , मुकुल गोयल, अभिषेक कोठारी इन्दोर के साथ सच्चिदानंद महाराज ने घी तिल की आहुतियां दी ।
बड़नगर
चैत्र मास की पूर्णिमा के अवसर पर भगवान श्री राम के अनन्य भक्त हनुमान जी जन्मोत्सव गुरुवार को शहरभर में धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। भक्तों में संकटमोचन श्री हनुमान के जन्मोत्सव को लेकर उत्साह नजर आ रहा है। शहर के हनुमान मंदिरों में भगवान का दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल से विशेष अभिषेक कर श्रृंगार किया गया और नई पोशाक धारण करवाई गई। जन्मोत्सव पर हनुमान मंदिरों में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ नजर आई और हनुमान जी के जयकारे गूजें। भक्तजनों ने हनुमान जी का दर्शन कर प्रसाद अर्पित कर संकट हरण की कामना की। मंदिरों में पूजा पाठ के बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद का वितरण किया गया। हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर हनुमान मंदिर में अखंड रामायण का पाठ के साथ ही हनुमान चालीसा की चौपाइयों से गुंजायमान हुई।

हनुमान मंदिर में श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से हनुमान जी की आरती की और फिर प्रसादी का भोग लगाकर भंडारा किया। इस मौके पर शहर के लगभग सभी हनुमान मंदिरों को विशेष आकर्षक रोशनी से सजाया भी गया बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने राम भक्त हनुमान की पूजा अर्चना कर उनसे आशीर्वाद ग्रहण किया सभी हनुमान मंदिरों में हनुमान जी का विशेष शृंगार कर महाआरती की गई। नगर के अनेक हनुमान मंदिरों पर भजन, आरती के कार्यक्रम हुए। हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर शहर के हनुमान मंदिरों पर विशेष धार्मिक अनुष्ठानों का भी आयोजन किया गया। दर्शन के लिए लंबी लाइने मंदिरों में देखने को मिलीं।