मुनि संघ के सानिध्य में विशेष आवरण का विमोचन

बदनावर। आचार्य श्री अजीत सागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनिश्री पुण्य सागर जी महाराज ससंघ का मंगल प्रवेश रविवार को प्रात: नगर में हुआ। उड़िया मंदिर पर समाजजन द्वारा भव्य अगवानी की गई एवं नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए मुनि संघ जवाहर मार्ग स्थित श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर पहुंचे जहां जिनेंद्र दर्शन के पश्चात मुनि संघ बैंड बाजों के साथ तिरुपति गार्डन पहुंचा जहां पर मुनि संघ की निर्विघ्न आहार चर्या संपन्न हुई ।
मुनि श्री अपने उद्बोधन मे बदनावर नगर की प्राचीनता को उद्घाटित करते हुए कहा कि हाल ही में हम उज्जैन जयसिंहपुरा जैन संग्रहालय में होकर आए वहां पर बदनावर की काफी विरासत देखने में आई वही इस नगर की कुछ प्रतिमाएं धार उज्जैन आदि जैन मंदिरों में भी विराजित है ऐसी जानकारी मिली। यहां से प्राप्त प्राचीन विरासत इस नगर की समृद्धि को प्रदर्शित करती है प्राचीन काल में यह नगर निश्चित रूप से एक समृद्ध और सशक्त धर्म क्षेत्र के रूप में विकसित रहा होगा इसके प्रमाण हमें वर्तमान में भूगर्भ से प्राप्त हो रहे हैं। इसका प्राचीन नाम वर्द्धमानपुर ही विपुल वैभव समृध्दि का द्योतक है। उक्त जानकारी ओम पाटोदी ने दी।