दैनिक अवंतिका उज्जैन।होली पर्व पर बाबा महाकाल के गर्भगृह में हुई अग्निकांड की घटना के बाद बुधवार को महाकाल मंदिर में फॉरेंसिक फायर विशेषज्ञों की टीम जांच के लिए पहुँची।मंदिर में इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति ना हो इसको ध्यान में रखते हुवे यह जांच कराई जा रही है। मंदिर परिसर से न सिर्फ श्रद्धालुओं को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला जा सके बल्कि इन घटनाओं में भी मंदिर पूरी तरह सुरक्षित रहे। बुधवार को मुंबई और नागपुर से फॉरेंसिक फायर विशेषज्ञों की टीम बाबा महाकाल के दरबार पहुंची थी। इन्होंने गर्भगृह के बाहर इंची टेप से कुछ नपती की उसके बाद नंदी हॉल और अन्य स्थानों पर भी यह टीम कुछ इसी तरह से नपती करने के साथ ही मोबाइल पर कुछ लिखती हुई नजर आई।

1 घंटे चली जांच, केमिकल युक्त गुलाल 

से आग लगने के दौरान भी आए थे

लगभग आधे से 1 घंटे तक चली इस जांच में क्या हुआ, यह तो जांच करने आए अधिकारियों ने किसी को नहीं बताया, लेकिन सोर्स की बातों पर यकीन किया जाए तो फॉरेंसिक फायर विशेषज्ञ की टीम में मुंबई के निलेश उकुंडे शामिल थे। जो कि होली पर गर्भगृह में लगी केमिकल गुलाल से आग की जांच के दौरान भी उज्जैन आए थे। जिन्होंने उस समय गर्भगृह में आग लगने को लेकर भी अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट भेजी थी। फॉरेंसिक फायर विशेषज्ञ निलेश उकुंडे के फिर से मंदिर में जाकर जांच करने को लेकर यही प्रयास लगाया जा रहे हैं कि मंदिर में फायर से संबंधित ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिससे कि ऐसी घटना होने पर अब पुजारियों व श्रद्धालुओं की जान माल को कोई हानि न पहुंचे।

अभी लिया जा रहा मेजरमेंट, फिर की जाएगी स्टडी

फॉरेंसिक फायर विशेषज्ञों की टीम अभी नपती कर मेजरमेंट तैयार कर रही है उसके बाद वह इस पर स्टडी करेगी और फिर इसकी रिपोर्ट कलेक्टर नीरज कुमार सिंह को सौंपी जाएगी।