दैनिक अवंतिका उज्जैन।  महाकाल मंदिर क्षेत्र के विस्तार के बाद अब महाकाल लोक का भी विस्तार करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। क्योंकि इसके बनने के बाद से ही यहां देश व दुनियाभर से लाखों लोग इसे देखने के लिए उमड़ रहे हैं। ऐसे में अब महाकाल लोक के भी विस्तार की योजना बन गई है। इसके लिए 2 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई की जाएगी।  
महाकाल लोक के विस्तार के लिए त्रिवेणी संग्रहालय के पास की जमीन भी देख ली गई है। तकिया मस्जिद क्षेत्र की जमीन का राजस्व विभाग सर्वे कर चुका है। लोक निर्माण विभाग जमीन पर बने मकानों का सर्वे कर अपनी जल्द अपनी रिपोर्ट देगा, जिससे तय होगा की किसे कितना मुआवजा देना है। इस जमीन पर महाकाल लोक के फेस – 2 का काम होगा। प्रदेश सरकार भी संग्रहालय के पास तकिया मस्जिद क्षेत्र की करीब पौने दो हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण का आदेश दे चुकी है। सरकार की हरी झंडी मिलने के बाद मकानों के सर्वे का काम चल रहा है।
255 से अधिक मकानों को 
मुआवजा देकर हटाया जाएगा 
उज्जैन कलेक्टर नीरजकुमार सिंह के निर्देश पर राजस्व विभाग ने यहां का सर्वे कर लिया है। इसमें 255 से अधिक मकान सामने आए हैं, जिनको मुआवजा देकर हटाया जाएगा। बस पीडब्ल्यूडी का सर्वे पूरा होना बाकी है। जैसे ही सर्वे होगा तस्वीर साफ हो जाएगी कि जमीन के बदले सरकार को कितना पैसा मुआवजे पर खर्चा करना है। यहां मकानों के साथ ही एक होटल भी बनी है। हालांकि अब तक किसी ने भी अपना विरोध दर्ज नहीं कराया है बल्कि सभी महाकाल लोक के लिए अपनी जमीन देने को तैयार ही दिख रहे हैं।
20 साल से बिना रजिस्ट्री के
2020 में हटा था अतिक्रमण
प्रशासन ने जब यहां का सर्वे किया तो एक मामला ऐसा भी सामने आया है, जिसमें एक महिला पिछले 20 साल से जिस मकान में रह रही है, उसकी रजिस्ट्री या मालिकाना हक के दस्तावेज ही नहीं हैं। कुछ लोग किराए से रह रहे हैं, लेकिन मालिकाना हक में उनका नाम जुड़ गया था। इन मामलों में भी संशोधन किए गए हैं। चार साल पहले 10 दिसंबर 2020 को इस जमीन पर पहली कार्रवाई की गई थी। प्रशासन की अचानक हुई कार्रवाई में अतिक्रमण हटाए गए थे। मंदिर के लिए बनी पार्किंग की जमीन कम पड़ रही। इस कारण प्रशासन शेष पौने दो हेक्टेयर जमीन भी अधिग्रहित करने की तैयारी कर रहा है।