उज्जैन।गुरु गोबिंद सिंह का प्रकाश पर्व 23 से 27 दिसंबर तक पांच दिवसीय कार्यक्रम के रूप में मनाया जाएगा। इसका आयोजन गुरुद्वारा दूध तलाई और गुरुद्वारा सुख सागर में होगा।श्री गुरु सिंघ सभा दूध तलाई के अध्यक्ष ने बताया कि 23 दिसंबर को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक गुरबाणी कीर्तन और कथा विचार होगा। इसके बाद गुरु जी के अटूट लंगर की सेवा की जाएगी।24 दिसंबर को सुबह सभी गुरुद्वारों की प्रभात फेरियों का मिलन चामुंडा माता चौराहे पर सुबह 6 बजे होगा। यहां से एकत्रित होकर सभी प्रभात फेरियों का स्वागत श्री गुरु सिंघ सभा दूध तलाई पर किया जाएगा। सुबह 7:30 बजे निशान साहिब की सेवा होगी।गुरुद्वारा श्री सुख सागर फ्रीगंज के अध्यक्ष ने जानकारी दी कि 25 दिसंबर को सुबह गुरबाणी, कीर्तन के बाद अटूट लंगर की सेवा होगी। दोपहर 2 बजे गुरुद्वारा से नगर कीर्तन शुरू होगा, जो श्री गुरु सिंघ सभा दूध तलाई पर समाप्त होगा। नगर कीर्तन में पुरुष नीली पगड़ी और सफेद वस्त्र, जबकि महिलाएं नीला दुपट्टा और सफेद वस्त्र धारण करेंगी।सिख समाज के संभागीय प्रवक्ता एसएस नारंग ने बताया कि 26 दिसंबर को सुबह 9:30 बजे वीर बाल दिवस पर शौर्य यात्रा निकाली जाएगी। इसमें अतिथि मनिंदर सिंह बिट्टा (पंजाब), सांसद अनिल फिरोजिया, निगम सभापति कलावती यादव, विधायक अनिल जैन और महापौर मुकेश टटवाल शामिल होंगे। यह शौर्य यात्रा गुरुद्वारा साहिब सुख सागर फ्रीगंज से शुरू होकर शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए गुरुद्वारा साहिब माता गुजरी गीता कॉलोनी पर समाप्त होगी।इसी दिन 26 दिसंबर को रात 10 बजे से 1.45 बजे तक श्री गुरु सिंघ सभा दूध तलाई में गुरबाणी कीर्तन और कथा विचार होगा, जिसके बाद पुरस्कार वितरण किया जाएगा। 27 दिसंबर को सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक गुरबाणी कीर्तन, कथा विचार और अटूट लंगर का आयोजन होगा।27 दिसंबर को ही गुरुद्वारा सुख सागर फ्रीगंज में रात 8 बजे से 9:30 बजे तक गुरबाणी कीर्तन के बाद आतिशबाजी की जाएगी।
गुरु गोविंद सिंह प्रकाश पर्व पर 5 दिवसीय आयोजन:गुरबाणी, कीर्तन, लंगर, प्रभात फेरी और शौर्य यात्रा भी निकलेगी
