उज्जैन। शिप्रा नदी में डूबने से अभी तक कई लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन उसके बाद भी नदी पर बने पुल व घाटों की सुरक्षा व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं किया गया है पिछले कई दिनों से भूखी माता की तरफ बने पुल पर कुछ जगह रेलिंग नहीं लगी होने की वजह से वह हिस्सा खाली पड़ा है इसके अलावा छोटे पुल पर भी सिंहस्थ द्वार के समीप पुल पर कुछ हिस्से में रेलिंग नहीं लगाई गई है इस कारण वह हिस्सा खाली पड़ा है और कभी भी हादसा हो सकता है। रोज बड़ी संख्या में लोग शिप्रा नदी में स्नान के लिए पहुंचते हैं घाट व पुलिया पर खड़े होकर नदी का नजारा देखते हैं ऐसे में यहां सुरक्षा व्यवस्था में बरती जा रही लापरवाही से कभी भी हादसा हो सकता है लोग पुल पर रेलिंग के सहारे खड़े होकर सेल्फी लेते हैं ऐसे में पुल के कई हिस्से में रेलिंग नहीं लगी होने की वजह से कभी भी हादसा हो सकता है। बारिश के दौरान शिप्रा नदी के बड़े पुल व छोटे पुल की रेलिंग निकाल ली जाती है तथा बारिश का दौर खत्म होने के बाद वापस दोनों पुल पर रेलिंग लगा दी जाती है। लेकिन इस बार जब दोनों पुल पर रेलिंग लगाई गई तो कुछ जगह रेलिंग नहीं लगाई गई है इस कारण वह जगह खाली पड़ी है। बड़े पुल पर भी कुछ जगह रेलिंग नहीं लगी हुई है इस कारण वह हिस्सा खाली पड़ा है और खतरनाक स्थिति में है।
कई जगह रेलिंग के जॉइंट खुले पड़े
कई जगह रेलिंग के जॉइंट खुले पड़े हैं। इस वजह से रेलिंग नाजुक स्थिति में है। इसके अलावा छोटे पुल पर भी कई हिस्से में रेलिंग नहीं लगी है इसी तरह भूखी माता की तरफ वाले पुल पर भी कुछ हिस्से में रेलिंग नहीं लगाई गई है इस कारण वह हिस्सा खाली पड़ा है जो कि किसी खतरे से खाली नहीं है ऐसे में किसी भी दिन यहां हादसा हो सकता है। जिस जगह रेलिंग नहीं लगी है वह हिस्सा किसी खतरे से खाली नहीं है। पुल पर फैली अव्यवस्था के बारे में कई बार लोगों ने अधिकारियों को शिकायत भी की है लेकिन उसके बाद भी पुल की व्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं हुआ है।
