लोकतंत्र सेनानी रतन सिंह परमार का निधन

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सुसनेर। राष्ट्रीय स्वयम सेवक संघ की स्थापना के साथ क्षेत्र के पहले स्वयम् सेवक के रूप में नागपुर में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले और भाजपा की शुरूआत की नींव रखने वाले प्राथमिक सहकारी संस्था अध्यक्ष एवं पूर्व कृषि उपज मंडी अध्यक्ष रतन सिंह परमार का 85 वर्ष में बुधवार की सुबह निधन हो गया। परमार के निधन के साथ ही भाजपा के एक युग का अंत हो गया है।
एक समय था जब कांग्रेस के शासनकाल में भाजपा का झंड उठाने के लिए कोई तैयार नहीं होता था। तब नगर के कुछ लोग ऐसे थे जो जनसंघ के जमाने में पार्टी के लिए तन-मन-धन से समर्पित होकर कार्य करते थे। उस वक्त जिन कार्यकतार्ओं ने न सिर्फ जनसंघ की नींव शहर में रखी थी। बल्कि उसके बाद से भारतीय जनता पार्टी के लिए भी अपना कीमती समय न्योछावर करते आए है। इन्ही कार्यकतार्ओं में रतनसिंह परमार भी एक थे। नगर के बुजुर्ग स्वर्गीय रतन सिंह परमार 1975 में आपात काल के समय नरसीगढ़ जेल में 18 माह तक बंद रहे थे।
सुसनेर क्षेत्र सौंधिया समाज बाहुल्य है रतन सिंह परमार ने भाजपा में कार्य करते होवें अपनी समाज में भाजपा का जनाधार बढ़ाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। कृषि उपज मंडी में बतौर अध्यक्ष पद पर दो बार कार्य करने के साथ ही नप में वार्ड क्र 6 से पार्षद भी चुने गए थें। लंबे समय तक सहकारी संस्था के अध्यक्ष पद पर काबिज रहे है। तथा वर्तमान में प्राथमिक सहकारी संस्था सुसनेर के अध्यक्ष पद पर कार्यरत थें। भाजपा को क्षेत्र में खड़ा करने के लिए इनके द्वारा जीवन भर संघर्ष किया गया जिसे आज भी पार्टी कार्यकर्ता याद करते है। भाजपा के जनप्रतिनिधी भाजपा जिला महामंत्री डॉ. गजेंद्र सिंह चंद्रावत ,डॉ.धीरेंद्र पाण्डेय, कैलाश बजाज, लक्ष्मण सिंह कांवल, दिलिप जैन, मांगीलाल सोनी,भाजपा मंडल अध्यक्ष सजन सिंह कलारिया,युगल परमार, भाजपा मंडल महामंत्री पवन शर्मा,मंडल उपाध्यक्ष कमल गर्ग ने भाजपा का ध्वज एवं साफी शव पर समर्पित कर शवयात्रा में परिवार के साथ पार्थिव शरीर को कंधा देकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की। शासन की और से तहसीलदार सुसनेर विजय कुमार सेनानी राजस्व अमले के साथ परमार के निवास पहुंचे तथा शासन के निदेर्शानुसार अन्तिम संस्कार की राशि प्रदान की तथा शासन और से श्रद्धांजलि अर्पित की।