एमजीएम मेडिकल कॉलेज ने विभागाध्यक्षों के लिए दो वर्षीय रोस्टर प्रणाली लागू की

इंदौर ।  एचओडी के लिए दो साल के रोस्टर की नई प्रणाली लागू करने के चिकित्सा शिक्षा विभाग के आदेश के बाद, महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज ने आठ विभागों के एचओडी को अन्य प्रोफेसरों के साथ बदल दिया है जो सूची में दूसरे स्थान पर थे। इसका विरोध अजाक्स द्वारा किया गया है।
कॉलेज ने पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, जनरल मेडिसिन, मनोचिकित्सा, एनेस्थीसिया, नेत्र विज्ञान, स्त्री रोग और सामान्य सर्जरी के एचओडी की जगह लेने के आदेश जारी किए। नवनियुक्त एचओडी ठीक दो साल तक पद पर बने रहेंगे और उनके स्थान पर वरिष्ठता और रोटेशन के आधार पर दो साल के लिए दूसरे प्रोफेसर को नियुक्त किया जाएगा।
डॉक्टर की आत्महत्या के बाद आदेश किए जारी
भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में एक जूनियर डॉक्टर द्वारा आत्महत्या के मामले के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने इसके आदेश जारी किए थे, जिसके कारण राज्य भर में जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी थी। विभाग के आदेश के अनुसार, राज्य के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेजों के सभी विभागों में हर दो साल में एचओडी बदले जाएंगे, यानी अब एचओडी का कार्यकाल रोटेशन पर केवल दो साल का होगा, जबकि गैर-चिकित्सकीय व्यक्ति नहीं होगा। नये नियमों के अनुसार नियुक्ति की गयी है।
ल्लहमने वरिष्ठता के आधार पर आदेश जारी किए हैं और आठ विभागों में एचओडी को बदल दिया है। विभाग के आदेश के आधार पर आदेश जारी किए गए हैं।
-डॉ संजय दीक्षित, डीन एमजीएम मेडिकल कॉलेज