संविधान बचाओ रैली में आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद की सिंह गर्जना वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा

महिदपुर ।  आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में निकल गई संविधान बचाओ महारैली के महिदपुर नगर में पहुंचने पर पुराने बस स्टैंड पर विशाल आमसभा संपन्न हुई। सभा में हजारों युवक आजाद समाज पार्टी के झंडे लेकर जयकारे लगा रहे थे। सभा को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान को बदलने की कोशिश की जा रही है हमारी जवाबदारी है कि उसके विरोध में अलख जगाएं। इसकी शुरूआत मालवा एवं निमाड़ से देश में की गई है। आजादी के 75 वर्षों के बाद हमारी हालत में सुधार नहीं हुआ है। हमारे पास वोट की ताकत है हमारे वोट से दूसरे राज करते आ रहे हैं अब यह नहीं चलेगा। देश में दलित पिछड़ों का बहुमत है हम सरकार बदलने की ताकत रखते हैं। मनुवादी ताकतों को सबक सिखाने के लिए हमें संगठित होकर मैदान में आना होगा। जो पसीने से नहाते हैं वे इतिहास बनाते हैं आपके क्षेत्र से हमारी पार्टी के कर्मठ कार्यकर्ता राजेश वर्शी को विधानसभा का उम्मीदवार बनाया है आप इनको मिलकर विधायक बनाएं।
सभा के आरंभ में अतिथियों का स्वागत किया गया। सभा में मध्य प्रदेश आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष सुनील अस्ते ने कहा कि इसी बस स्टैंड की आमसभा में घोड़े पर बैठने पर रोकने वाली शक्तियों को सबक सिखाया गया था। भीम आर्मी एवं आजाद समाज पार्टी के आने के बाद इस तरह के अत्याचारों में काफी कमी आई है।
सभा में आज समाज पार्टी के महत्वपूर्ण विधानसभा के प्रत्याशी राजेश वर्शी ने संबोधित करते हुए कहा कि इस विधानसभा में समाज के हजारों लोग एकजुट होकर वोट करें तो आप अपना विधायक बनाएंगे। 75 वर्षों के बाद भी हमारी स्थिति क्या है, इस पर चिंतन करने की आवश्यकता है। हमारा विधायक होगा तो हम पर कोई अत्याचार करने की हिम्मत भी नहीं करेगा। यह लड़ाई हमारे स्वाभिमान की है इसमें आपके आशीर्वाद और सहयोग से विजय प्राप्त करेंगे।
सभा में पार्टी के कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया। सभा के बाद विशाल संविधान बचाओ रैली घोड़ा पछाड़, शहीद भगत सिंह चौक, चौक बाजार, राजेंद्र मार्ग पहुंच कर डॉ. अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ संपन्न हुई। रैली में भारी संख्या में युवा नारे लगाते हुए चल रहे थे। सभा में कुछ भाजपा नेताओं ने आजाद समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण की, उनका स्वागत किया गया।