पुण्य का काम कर रहा राठौड़ परिवार- सुश्री महिमा व्यास दीदीशिव भजनों व देशभक्ति के तरानों से गूंजा काशी विश्वनाथ महादेव परिसर

रतलाम ।  हाथों में तिरंगा, देश भक्ति के तरानों के बीच बाबा महाकाल के भजनों के साथ श्री काशी विश्वनाथ महादेव मंदिर परिसर में मौजूद श्रद्धालू भगवान भोलेनाथ की भक्ति में झूम उठे। भगवान भोलेनाथ के साथ भारतमाता के दर्शन व जयकारों से पूरा माहौल देशभक्ति एवं शिवभक्ति में तल्लीन हो गया। अवसर था रतलाम जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार द्वारा सावन के छठे सोमवार को निकाली गई रतलाम से उज्जैन महाकाल तीर्थ यात्रा का। कथा वाचक सुश्री महिमा जी व्यास दीदी ने 108 पवित्र स्थानों के जल की पूजा कर ध्वजा लहराते हुए यात्रा प्रारंभ कराई।
यात्रा के पूर्व सुश्री महिमा जी व्यास दीदी ने श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि सावन एवं अधिक मास में राठौड़ परिवार द्वारा आप सभी को महाकाल तीर्थ की यात्रा कराने का पुण्य काम कर रहा है। पैसा तो सभी के पास होता है। लेकिन हर कोई खर्च नहीं करता। पुण्य की कमाई सबसे बड़ी कमाई है और राठौड़ परिवार के मुखिया प्रकाश प्रभु राठौड़ आप सबको यात्रा कराकर पुण्य की कमाई कर रहे है। ऐसे व्यक्ति को वंश का भागीरथी कहा जाता है जो सनातन धर्म की ध्वजा लहरा रहे हैं। ऐसे व्यक्ति प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार वंश, माता-पिता व कुल देवता के आशीर्वाद से आप सभी को बाबा महाकाल के धाम ले जा रहे हैं। प्रकाश प्रभु राठौड़ परिवार रतलाम के भागीरथ है जो कि बड़ा पुण्य एवं धर्म का काम कर रहे हैं। सुश्री महिमा जी व्यास दीदी का स्वागत राठौड़ परिवार के प्रकाश प्रभु राठौड़, नानालाल राठौड़, अखिल भारतीय रामायण मेला संयोजक राजेश दवे, अशोक पंड्या, अरुण राव, अमरसिंह शेखावत, राजेंद्रसिंह गोयल, बसंत पंड्या, पार्षद मनीषा विजयसिंह चौहान आदि ने किया। राष्ट्रगान कर 108 पवित्र स्थानों के जल एवं बस की पूजा कर ध्वजा लहराते हुए 2 हजार श्रद्धालुओं को लेकर यात्रा प्रारंभ हुई। नन्हीं बालिका भारतमाता का रूप धारण कर विशेष रूप से शामिल हुई। भगवान भोलेनाथ की विशालकाय प्रतिमा के साथ वाहन पर तिरंगे लहरा रहे थे तो भारतमाता का रूप धारण कर नन्हीं बालिका भी वाहन पर सवार थी। जगह-जगह पुष्पवर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। प्रत्येक बसों पर तिरंगा लहरा रहा था तो बस के अंदर सवार श्रद्धालु हाथों में तिरंगा लेकर बाहर की तरफ लहराते हुए भारतमाता की जय और बाबा महाकाल के जयकारे लगा रहे थे। यात्रा बसों एवं चार पहिया वाहन से काशी विश्वनाथ मंदिर सिविक सेंटर से-प्रारंभ होकर, शास्त्री नगर, पावर हाउस रोड, सैलाना बस स्टैंड, राम मंदिर, कस्तुरबा नगर, आशाराम बापू नगर, शुभम श्री, डोंगरे नगर, सागोद रोड, बाजना बस स्टैंड, लक्कड़पीठा, चांदनी चौक, गणेश मांगलिक भवन रामगढ़, रविदास चौराहा, फूलमंडी, ऊंकाला रोड, इटावा रोड चौराहा, सालाखेड़ी नगर सीमा से होते हुए उज्जैन की ओर प्रस्थान किया।