पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस की मुष्किलें बढ़ी- ऐन चुनाव के वक्त फूटा करोड़ों की घपलेबाजी का भांडा

बुरहानपुर। भारतीय जनता पार्टी की प्रदेष प्रवक्ता और पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस की मुष्किलें इन दिनों बढ़ गई है। बुरहानपुर विधानसभा से उनकी आगामी विधानसभा चुनाव में दावेदारी है और इसी बीच सालों पुराना ईस्व सहकारी षकर कारखाना मामले में हुई घपलेबाजी का भांडा फोड़ हो गया। अब पूर्व मंत्री को जवाब देना भी मुष्किल पड़ रहा है, क्योंकि षकर कारखाना के नाम पर करोड़ों की राषि मंडियों से लिए जाने के बाद आज तक कारखाने की एक ईंट तक नहीं लगी। हाल ही में मप्र हाईकोर्ट ने इस मामले में बुरहानपुर के एक याचिकाकर्ता की रिटी पिटीषन की स्वीकार करते हुए मप्र सरकार और लोकायुक्त संगठन से जवाब मांगा है। बताया तो यह भी जा रहा है कि इसके लिए फटकार तक लगी है।

दरअसल पूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस के खिलाफ सोषल एक्टिविस्ट बालचंद षिंदे ने याचिका लगाई है। जिसके बाद कोर्ट ने इसे स्वीकार करते हुए राज्य सरकार और लोकायुक्त संगठन से जवाब मांगा है। पूर्व मंत्री ने ईस्वम सहकारी षकर कारखाना के नाम से अंष लिए थे। खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर मंडियों से राषि करोड़ों में ली गई। जबकि हर साल लाभांष देने की बात कही गई थी, लेकिन कारखाना की आज तक एक भी ईंट नहीं लगी। अब यह राषि ब्याज सहित करीब 22 करोड़ के उपर हो गई है। कारखाना खंडवा जिले के विश्रामपुर गुड़ी में बनने वाला था। अब इस मामले में जांच लोकायुक्त करेगी। साथ ही जिन अधिकारियों ने पैसा दिया उन पर सख्ती से कार्रवाई की मांग याचिकाकर्ता ने की है।

4 जगह से करोड़ों की राषि ली, रसीद भी दी थी..

मामला करीब 20 साल पुराना है, लेकिन आज तक कारखाना की एक ईंट नहीं रखी गई। इसके लिए बुरहानपुर मंडी से करीब 2 करोड़, खंडवा कृषि उपज मंडी से, इंदौर मंडी से भी पैसा लिया गया। खास बात यह है कि इसकी रसीद भी दी गई थी, लेकिन पैसा लेने के बाद आगे की कोई कार्रवाई नहीं हुई। याचिकाकर्ता बालचंद षिंदे ने कहा ऐसा कर किसानों को गुमराह किया गया। इसमें किसानों ने भी पैसा दिया था। करीब 7 करोड़ से अधिक का घोटाला किया गया जो ब्याज सहित अब 22 करोड़ हो गया है। उन्होंने कहा अपने पद का दुरूपयोग कर ऐसा किया गया है।

रसूख के चलते अब तक कोई कार्रवाई नहीं…

याचिकाकर्ता ने कहा अगर यही काम कोई दूसरा व्यक्ति करता तो वह कब से जेल की सलाखों के पीछे होता, लेकिन रसूख के कारण आज तक पूर्व मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। 7 करोड़ से अधिक रूपया लेने के बाद भी अब तक न तो कारखाना खुला न ही लाभांष दिया गया। खंडवा मंडी की ओर से 2003 में एक करोड़ 3 लाख रूपए अंषपूंजी जमा की गई थी। यह राषि अब तक नहीं लौटाई गई।
विधानसभा चुनाव की दावेदारी पर पड़ सकता है असरपूर्व मंत्री अर्चना चिटनीस बुरहानपुर विधानसभा से दावेदारी कर रही हैं। वह पिछला चुनाव ठाकुर सुरेंद्र सिंह से महज 5 हजार वोटों से हार गई थीं। ऐसे में उनके नंबर तो कम हो ही गए थे तो वहीं अब इस बार आरोप लगने, कोर्ट का हस्तक्षेप होने के कारण उनकी दावेदारी पर भी खासा असर पड़ सकता है। इस मामले को उनके विरोधियों ने हाथों हाथ ले लिया है।

रिपोर्ट धनराज  पाटिल