छात्रा ने खाया जहर : परीक्षा तो जिंदगी के हर मोड़ पर , जान न दें

इंदौर। पंढरीनाथ क्षेत्र की 17 वर्षीय छात्रा ने सोमवार दोपहर घर में फांसी लगाकर जान दे दी। पिता ने बताया कि उसे ऑनलाइन टेस्ट में शून्य मिला था, इससे वह दुखी थी। पिता ने समझाया भी था कि ये तो टेस्ट है, बड़ी परीक्षा नहीं है। तनाव मत लेना।
पुलिस के अनुसार किशोरी का नाम नम्रता पिता संतोष खत्री है। एम्ब्रॉयडरी करने वाले पिता ने बताया कि बेटी 11वीं कक्षा फर्स्ट डिवीजन में पास करके 12वीं में पहुंची थी। उसने 12वीं के साथ ही मेडिकल की तैयारी के लिए एक कोचिंग क्लास ज्वॉइन की थी। रविवार को पहली बार उसका 180 अंक का एक ऑनलाइन टेस्ट था। उसमें उसे शून्य मिला था, इससे वह दुखी थी। हालांकि, उसकी सहेलियों को भी 5 से 7 अंक ही आए थे। पिता ने समझाया था कि यह तो टेस्ट है, मेन एग्जाम नहीं है। बिटिया की बातों से ऐसा लगा नहीं कि वह तनाव में है।

फोन साइलेंट कर पढ़ रही होगी

पिता ने बताया अगले दिन उसने कहा कि उसे हाथ और माथे पर फुंसियां हो रही हैं। इस पर उसे डॉक्टर को कॉल करने की सलाह दी थी। दोपहर 12 बजे से पिता उसे लगातार कॉल कर रहे थे। 24 कॉल किए, लेकिन वह फोन रिसीव नहीं कर रही थी। जवाब नहीं मिलने पर एक बार तो पिता घबराए, फिर सोचने लगे कि वह फोन साइलेंट करके पढ़ रही होगी। फिर भी मन नहीं माना तो उसकी बड़ी मम्मी को कॉल कर पूछा। वे बोलीं कि ऊपरी मंजिल पर नहाने गई है। कुछ देर बाद पताचला चला कि उसने फांसी लगा ली है।

जीरो नंबर आने पर शर्मिंदगी हुई
होगी

परिजन और रिश्तेदारों ने आशंका जताई कि बच्चों को जब कम नंबर आते हैं तो कोचिंग वाले भी तनाव देते हैं। साथ ही क्लास मेट भी चिढ़ाते हैं। संभवत: ऐसा हुआ होगा, उसे भी ऐसी शर्मिंदगी हुई होगी। पुलिस को इसकी भी जांच करना चाहिए।

 

शादी के 3 साल बाद युवती ने जहर खाया, पति-सास पर केस

इंदौर| अन्नपूर्णा इलाके में युवती ने शादी के तीन साल बाद जहर खाकर 15 मई को जान दे दी थी। जांच के बाद पुलिस ने हर्षा सूर्यवंशी (30) की के अनाज कारोबारी पति कमल और सास पुष्पा निवासी उषा नगर के खिलाफ केस दर्ज किया है। पति और सास छोटी-छोटी बातों पर बहू को प्रताड़ित कर रहे थे।
घर बनाने के लिए पांच लाख की मांग को लेकर शारीरिक प्रताड़ना दे रहे थे। उसे घर से भगाने की धमकी देते थे। इससे परेशान होकर हर्षा ने जहर खा लिया था। पीएम रिपोर्ट में पता चला था कि उसने पांच दिन से कुछ नहीं गया था। महाराष्ट्र से आए मायके वालों ने हर्षा की मौत के लिए ससुराल वालों को जिम्मेदार ठहराया था।