ट्रैफिक, ऑफिस व संस्थानों के टाइमिंग के आधार पर तय होगा टाइम

 

प्रायोरिटी कॉरिडोर पर मेट्रो ऑपरेशन के लिए डेडलाइन तय

इंदौर। शहरवासियों को पांच माह बाद मेट्रो में सफर का आनंद मिल सकेगा। मेट्रो रेल प्रबंधन द्वारा सुपर कॉरिडोर पर प्रायोरिटी कॉरिडोर के 5.9 किलोमीटर हिस्से पर सितंबर में कमर्शियल रन होगा। प्रायोरिटी कॉरिडोर के रूट पर मेट्रो के पांच स्टेशन है। टाइमिंग के आधार पर ही मेट्रो कोच का संचालन किया जाएगा।
मेट्रो के निर्माण की रफ्तार अभी थोड़ी धीमी जरूर हुई है ,लेकिन प्रायोरिटी कॉरिडोर के बाद मेट्रो प्रबंधन द्वारा रेडिसन चौराहे तक मार्च 2025 तक अगले एक साल में मेट्रो के संचालन की योजना बनाई गई। वर्तमान में पांच मेट्रो कोच सेट आ चुके है। अगस्त के बाद एक एक करके अन्य आठ कोच भी बडोदरा से आएंगे। ऐसे में रेडिसन तक मेट्रो का संचालन शुरू होने तक इंदौर में मेट्रो प्रबंधन के बेड़े में 13 कोच होंगे। इसके माध्यम से मेट्रो का संचालन होगा।

बंगाली चौराहा का मेट्रो स्टेशन बंगाली चौराहा से टेलीफोन नगर के बीच बनाया जाएगा। हालांकि, अभी स्टेशन की जगह पूरी तरह तय नहीं है, क्योंकि वहां मेट्रो स्टेशन तक आने-जाने के लिए दोनों तरफ सीढ़ियां और एस्केलेटर लगाने के लिए भी जमीन की जरूरत होगी। इधर, रोबोट चौराहा से पलासिया के आगे तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने वाली आरवीएनएल और यूआरसी ने आफसरों का कहना है कि रोबोट चौराहा से बंगाली चौराहा के बीच काम शुरू करने से पहले मेट्रो कंपनी को नगर निगम से कहकर बाधाएं हटवाना पड़ेगी।
इनमें मुख्य रूप से रोड डिवाइडर, सेंट्रल लाइटिंग, ग्रीन बेल्ट और रैलिंग, बिजली के खंभे आदि प्रमुख हैं। इसके लिए प्रक्रिया जल्द शुरू की जाएगी।

बंगाली चौराहे से टेलीफोन नगर चौराहे के बीच बनेगा मेट्रो स्टेशन —

बंगाली चौराहे के पास आईडीए की जमीन पर बैरिकेडिंग कर दी है। वहां फिलहाल कंपनी अपने वाहन खड़े कर रही है। अफसरों का कहना है कि मेट्रो कॉरिडोर का काम रिंग रोड से कनाड़िया रोड की तरफ बढ़ेगा, तो कॉर्नर वाले प्लॉट पर वायाडक्ट के पिलर बनाए जाएंगे। ये प्लॉट मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कंपनी लि. ने आईडीए से 28 करोड़ रुपए में लिया है। यहां छोटे बड़े दर्जनभर से ज्यादा प्लॉट थे।

इस पूरी जमीन का आकार लगभग 20-22 हजार वर्गफीट है। हालांकि, बंगाली चौराहे के आसपास काम की गति 2025 में ही दिखेगी, क्योंकि उससे पहले कंपनी को रोबोट चौराहे से खजराना चौराहा होते हुए बंगाली चौराहा तक वायाडक्ट और मेट्रो स्टेशन का काम पूरा करना होगा। दूसरे चरण में कनाड़िया रोड और फिर पत्रकार चौराहे से पलासिया के आगे तक मेट्रो कॉरिडोर बनाया जाएगा।