April 26, 2024

 

इंदौर। उज्जैन से भागी एक बेटी को इंदौर पुलिस ने उसके परिवार के संग भेज दिया। टीआई की सूझबूझ और एक फिल्मी गाने ने बेटी को मां बाप से मिला दिया। 20 साल की म्यूजिक स्टूडेंट सवा महीने बाद अपने माता-पिता के पास लौटी। वह मर्जी से भागी थी। मां-बाप के साथ रहना नहीं चाहती थी। पुलिस ने उसे एक गाना सुनाने के लिए कहा और वो गाना गाते ही परिवार की अहमियत समझ गई। उसने अकेले रहने की जिद छोड़ी और हंसी-खुशी घर जाने के लिए तैयार हो गई।
20 साल की स्टूडेंट इंदौर में म्यूजिक सीख रही है। 28 अक्टूबर को अचानक लापता हो गई। उसने इंदौर के नृसिंह बाजार में ही रहने वाली दीदी के घर अपना मोबाइल और पूरा जरूरी सामान छोड़ दिया। जाते-जाते तीन पेज का लेटर लिखकर गई। परिवार ने अपने स्तर पर खोजने के बाद पुलिस थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई। पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। सवा महीने बाद अचानक स्टूडेंट वकील को लेकर थाने पहुंच गई। यहां उसने कहा- ‘मैं पेरेंट्स के साथ नहीं रहना चाहती। नो-फैमिली, नो-फ्रेंड्स… सिर्फ मैं। अकेले रहकर मैं अपने करियर पर ध्यान दूंगी। साथ में जॉब भी करूंगी। म्यूजिक में अपना करियर बनाऊंगी। किसी ने कुछ नहीं किया है, लेकिन मैं खुद से परेशान हूं।’ काफी समझाइश के बाद भी वह नहीं मानी।

टीआई ने गाने की फरमाइश की, गाते ही रोने लगी

पंढरीनाथ थाना प्रभारी सतीश पटेल ने बताया, युवती परिवार के साथ जाने के लिए तैयार ही नहीं थी। फिर मैंने कहा कि तुम म्यूजिक की स्टूडेंट हो। एक गाना यहां भी सुनाओगी तो हमें अच्छा लगेगा। इस पर उसने पूछा- कौन सा गाना सुनाऊं। मैंने कहा- ‘हम साथ-साथ है’ मूवी का एक गाना है ‘ये तो सच है कि भगवान है, मगर फिर भी अनजान है, धरती पे रूप मां-बाप का, उस विधाता की पहचान है…।’ उसने जब ये गाना गाया तो वह गाते-गाते उसका गला भर आया। उसकी आंखें आंसुओं से भर गईं। उसके माता-पिता भी इमोशनल हो गए। इसके बाद वह माता-पिता के साथ जाने को तैयार हो गई।