जिले में बिजली उपभोक्ताओं को बिजली बिल का झटका

तीन माह तक वहन करना पड़ेगा सुरक्षा निधि का भार

इस माह से बढ़ा हुआ मिलेगा बिजली का बिल, कंपनी तीन किस्तों में वसूलेगी बढ़ी हुई खपत को

ब्रह्मास्त्र उज्जैन

जिले के बिजली उपभोक्ताओं को इस जून माह में बिजली का बिल झटका देने वाला है। दरअसल बिजली कंपनी इस माह से लेकर आगामी तीन माह तक अर्थात अगस्त तक सुरक्षा निधि का भार बिजली बिल में देने वाली है लिहाजा उपभोक्ताओं को न केवल जून बल्कि जुलाई और अगस्त तक अतिरिक्त भार वहन करना होगा।

अब तक गर्मी में हुई ज्यादा खपत से और अब अगस्त तक बिजली बिल में सुरक्षा निधि की राशि जुडकर आने से बिल की राशि लगभग दोगुनी होगी। उपभोक्ता की बढ़ी हुई खपत से सुरक्षा निधि का समायोजन होगा। बीते साल करीब 20 फीसदी बिजली खपत बढ़ी है। ऐसे में अब अगले तीन माह इसी बढ़ी हुई खपत को तीन किस्तों में कंपनी आपसे वसूलेगी।

गौरतलब है कि साल भर में एक बार यह सुरक्षा निधि तीन किस्तों में उपभोक्ताओं से बिजली कंपनी द्वारा वसूली जाती है। बिजली कंपनी के अधिकारियों के अनुसार यदि किसी उपभोक्ता का बिल हर माह औसतन 800 रुपए आता है तो उसे 1200 रुपए सालाना सुरक्षा निधि जमा कराना होती है, जो उसके बिल में 400-400 रुपए की तीन किश्त में जुडकर आती है। सुरक्षा निधि की कुल राशि औसत बिल से डेढ़ गुना होती है तो इस पर 7 से 8 प्रतिशत सालाना ब्याज मिलता है। इस निधि की गणना के लिए 12 माह के बिल को जोड़ा जाता है। उस संख्या में 12 का भाग दिया जाता है, जो राशि आती है, उसमें डेढ़ का गुणा किया जाता है, जो राशि निकलती है वह सुरक्षा निधि होती है।

 

एडजस्टमेंट के नाम पर
4.67 फीसदी चार्ज जुड़ेगा
इस माह आपके बिल में फ्यूल एंड पावर परचेस एडजस्टमेंट के नाम पर 4.67 फीसदी चार्ज जुड़ेगा। आगामी बिजली बिलों में उपभोक्ताओं को फ्यूल एंड पॉवर परचेस एडजस्टमेंट चार्ज भी बिल में देना होगा। बिजली बिल में ऊर्जा शुल्क का 4.67 फीसदी ये सरचार्ज जुड़ेगा। इससे 100 यूनिट पर करीब 50 रुपए अतिरिक्त राशि बिल में बढ़ जाएगी। मध्य क्षेत्र बिजली कंपनी के एमडी क्षितिज सिंघल का कहना है कि सुरक्षा निधि एडजस्टमेंट तय नियमों से होता है। उसके अनुसार ही इसे किया जाएगा। उपभोक्ताओं की राहत को देखते हुए ही इसे मानसून सीजन में तय किया जाता है।

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