दताना-मताना हवाई पट्टी को मिलेगा एयरपोर्ट का रूप, 180 किसानों की जमीन अधिग्रहित होगी | मुआवजा तय करने भोपाल से आ रही रजिस्ट्री सूची
उज्जैन | 14 जुलाई 2025
सिंहस्थ 2028 की तैयारियों के तहत उज्जैन जिले में हवाई यात्रा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए शासन ने बड़ा कदम उठाया है। दताना-मताना हवाई पट्टी को एयरपोर्ट में विकसित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसके लिए करीब 180 किसानों और भूमि स्वामियों की जमीन अधिग्रहित की जाएगी।
🧾 मुआवजा तय करने के लिए भोपाल से मांगी गई रजिस्ट्री सूची
प्रशासन का उद्देश्य है कि प्रभावित किसानों को यथासंभव अधिक मुआवजा दिया जाए। इसके लिए
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भोपाल के पंजीयन कार्यालय से यह जानकारी मंगवाई जा रही है कि दताना-मताना क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों में किन-किन लोगों ने भूमि की रजिस्ट्री करवाई है।
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इस सूची के आधार पर भूमि की वर्तमान दर और बाजार मूल्य का आंकलन किया जाएगा।
राजस्व विभाग की नजूल शाखा के अधिकारी आलोक चौरे ने बताया कि जैसे ही जानकारी प्राप्त होती है, भू-अधिग्रहण की प्रक्रिया राजस्व संहिता की धारा 4, 11, 19 और 21 के तहत प्रारंभ कर दी जाएगी।
🛫 241 एकड़ जमीन की आवश्यकता, अभी उपलब्ध है 95 एकड़
एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने यहां हवाई अड्डा विकसित करने के लिए
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कुल 241 एकड़ जमीन की आवश्यकता जताई है,
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जबकि वर्तमान में केवल 95 एकड़ भूमि ही उपलब्ध है।
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शेष भूमि अधिग्रहण के लिए पूर्व में सर्वेक्षण किया गया, जिसमें लगभग 180 किसान व मकान/झुग्गी स्वामी प्रभावित होने की जानकारी सामने आई।
🔧 दो चरणों में होगा रनवे विस्तार, एटीआर विमानों की होगी लैंडिंग
फिलहाल दताना-मताना हवाई पट्टी पर
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950 मीटर लंबा रनवे है।
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इसे बढ़ाकर 1800 मीटर किया जाएगा।
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यह विस्तार दो चरणों में पूरा किया जाएगा।
प्रथम चरण में यहां छोटे विमान (ATR) की लैंडिंग और टेकऑफ संभव हो सकेगा। साथ ही, नाइट लैंडिंग की सुविधा भी विकसित की जाएगी।
🛬 रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत मिली थी स्वीकृति
वर्ष 2024 में केंद्र सरकार ने उज्जैन सहित सात शहरों की हवाई पट्टियों को रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (UDAN) के अंतर्गत एयरपोर्ट में अपग्रेड करने की स्वीकृति दी थी।
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प्राथमिक सर्वे रिपोर्ट भी तैयार हो चुकी है,
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अब उसी के आधार पर कार्य प्रगति पर है।
🌀 सिंहस्थ 2028 के लिए तैयार हो रहा हवाई-यातायात ढांचा
शासन का फोकस सिर्फ मंदिर और श्रद्धालु व्यवस्था पर नहीं, बल्कि परिवहन और यातायात प्रबंधन पर भी है।
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बड़नगर रोड के सदावल क्षेत्र में चार हेलीपैड निर्माणाधीन हैं।
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साथ ही दताना-मताना को एयरपोर्ट बनाकर सिंहस्थ के अलावा आम दिनों में भी हवाई यात्रा की सुविधा प्रदान की जाएगी।
📌 निष्कर्ष: उज्जैन का हवाई नक्शा जल्द ही बदलने वाला है। शासन और प्रशासन की गंभीरता से संकेत मिलते हैं कि दताना-मताना एयरपोर्ट विकास अब केवल प्रस्ताव नहीं, बल्कि जमीनी हकीकत में तब्दील होने की कगार पर है।
