उज्जैन। महिला उपयंत्री के साथ अभद्रता एवं अश्लीलता के मामले में आरोपी नगर निगम के कार्यपालन यंत्री पियूष भार्गव ने एक बार फिर अपने वर्चस्व का परचम फहराया है। संविदा वृद्धि के रूके हुए उनके प्रकरण में एक साल की अवधि नगर निगम ने बढा दी है। महिला उपयंत्री ने प्रकरण हाईकोर्ट में लगाया है जहां 27 जून को आयुक्त को तलब किए जाने की जानकारी सामने आ रही है।
नगर निगम में महिला उपयंत्री को परेशान करने और अभद्रता एवं अश्लीलता का मामला महिला थाना पुलिस ने दर्ज किया था। नगर निगम की विशाखा समिति ने भी मामले की जांच की थी। इसकी गोपनीय रिपोर्ट दी गई थी। इस मामले में महिला आयोग तक बात पहुंची । बाद में महिला उपयंत्री ने हाईकोर्ट का रूख किया है। हाईकोर्ट इंदौर बेंच में मामले में 27 जून को मामले पर सुनवाई होनी है नगर निगम के सूत्रों के अनुसार इस दिन न्यायालय ने आयुक्त को तलब किया है।
पियुष भार्गव नगर निगम की सेवा में लंबे समय तक रहे और सेवानिवृत्ति के उपरांत उन्हें वर्ष 2023-24 में प्रभारी कार्यपालन यंत्री के पद पर संविदा नियुक्ति दी गई थी। मार्च में उनकी संविदा अवधि समाप्त हो चुकी थी।
