उज्जैन में 25 हजार कन्याओं का हुआ पूजन,बना वर्ल्ड रिकॉर्ड:सीएम बोले- बेटियों के बिना घर की मर्यादा नहीं; 369 करोड़ के विकास कार्यों किया भूमिपूजन

उज्जैन में रविवार को 121 स्थानों पर 25,000 से अधिक कन्याओं का पूजन किया गया। इस कार्यक्रम ने गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में कीर्तिमान दर्ज किया। इस अवसर पर रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को सौंपा गया।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी विक्रमादित्य क्लॉथ मार्केट में कन्या पूजन किया। उज्जैन में पहली बार 121 स्थानों पर एक साथ यह आयोजन किया गया। इस मौके पर सीएम ने कहा, नवरात्रि का पर्व हमें शक्ति संचय के लिए भी प्रेरित करता है। हमारे घर में जब तक सुख नही आता है, जब तक बेटी नही होती है। बेटियों के बिना कभी घर की मर्यादा पूरी नही होती है।
बहन, बेटियों से हमारा घर हमारा खानदान सब कुछ आबाद होता है। यह युगों-युगों से चली परंपरा है।
लोकमान्य तिलक महाआयोजन समिति के संयोजक और विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने बताया कि इस आयोजन की सफलता में लगभग 5,000 कार्यकर्ताओं और 121 जजमानों का योगदान रहा, जिन्होंने अपने स्वयं के खर्च पर सभी व्यवस्थाएं संभालीं।
सीएम ने उज्जैन में 369.11 करोड़ रुपए से ज्यादा के विकास कार्यों का भूमिपूजन भी किया। इनमें पुलिस कंट्रोल रूम के पास नवीन कलेक्टर कार्यालय भवन का निर्माण भी शामिल है।

बिल्डिंग के अभाव में घर से चलता था कार्यालय
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संबोधित करते हुए कहा कि उज्जैन में संभाग और जिले के कार्यालय अलग-अलग बनेगें। इसके अलावा एक धर्मस्व विभाग का सिंहस्थ का कार्यालय बनेगा। ये तीनों कार्यालय रहेंगे।
संभागीय अधिकारियों की एक बिल्डिंग और कलेक्ट्रेट की एक बिल्डिंग होना चाहिए। इसके अभाव में आईजी साहब को घर से कार्यालय चलाना पड़ता था। डीआईजी साहब यातायात थाने के पास से कार्यालय चलाते थे। एसपी साहब कंट्रोल रूम में बैठते थे। जो जगह-जगह व्यवस्था चलती थी इसे इंटीग्रेटेड रूप से अलग-अलग किया गया है।

कई रहस्यों के साथ उज्जैन से वास्ता
सीएम डॉ. मोहन यादव ने कहा- उज्जैन के अतीत को लेकर हम सभी दो हजार साल पुराने अतीत का स्मरण करे तो माता हरसिद्धि का एक रूप यह भी है कि रात्रिकालीन उज्जैन में रहना और दिन के समय गुजरात में रहना। अद्भुत तो तब होता है जैसे ही सांयकाल की आरती होती है तब एहसास होता है कि झूला अपने आप झूलने लगता है।
लगता है कि माता यहां से निकल गई। सुबह आरती होती है तो माता अपने आप आ जाती है। वहां झूला प्रारंभ हो जाता है। ऐसे कई रहस्यों के साथ उज्जैन में कदम-कदम पर ऐसा वास्ता आता है।
कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद बालयोगी उमेशनाथ महाराज, विधायक अनिल जैन कालूहेडा, सतीश मालवीय, महापौर मुकेश टटवाल, सभापति कलावती यादव और जिला पंचायत अध्यक्ष कमला कुंवर समेत अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
