चुनाव निपटते ही अब सिंहस्थ क्षेत्र  के अतिक्रमण पर चलेगा बुलडोजर 

 

– मार्ग भी चौड़े होंगे, 400 से ज्यादा अवैध निर्माण प्रशासन ने पहले से चिह्नित कर रखे 

 

दैनिक अवंतिका उज्जैन। 

लोकसभा चुनाव निपटते ही अब प्रशासन सिंहस्थ क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर चलाने की तैयारी में है। प्रशासन ने इसके लिए पहले से ही 400 से ज्यादा अवैध निर्माण चिह्नित कर रखे हैं। बस चुनाव आचार संहिता हटने का इंतजार था। वह भी अब खब्त हो गया है जल्द ही प्रशासन अतिक्रमण हटाने की बड़ी कार्रवाई शुरू करेगा।  

उज्जैन में 2028 में सिंहस्थ मेला लगना है। इससे जुड़े काम अब शासन-प्रशासन से शुरू कर दिए है। पहले अतिक्रमण हटाए जाएंगे। इसके साथ ही बड़े निर्माण कार्य भी शुरू होंगे। वहीं मार्ग चौड़ीकरण भी किए जाना है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में बताया जाता है कि बड़े पैमाने पर लोगों ने अतिक्रमण कर लिए है। जिन्हें हटाना बहुत जरूरी है। साथ ही भीड़ प्रबंधन के लिए शहर के कुछ प्रमुख मार्गों का चौड़ीकरण किया जाना अनिवार्य है। उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह के मुताबिक प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र में अतिक्रमण कर्ताओं को नोटिस जारी कर दिए गए है।  

सिंहस्थ 2028 में 14 करोड़ 

लोगों के आने का अनुमान

सिंहस्थ 2028 में शासन-प्रशासन को 14 करोड़ लोगों के उज्जैन में आने का अनुमान है। इस संख्या के आधार पर प्रशासन हर तरह की तैयारी कर रहा है। वहीं योजनाएं बनाई जा रही है। प्रशासन का मानना है कि बड़े कामों के लिए चूंकि अब समय कम है। इसलिए अभी से तैयारियां तेज करना होगी तब जाकर योजनाओं पर काम शुरू हो सकेगा और समय पर काम पूरे होंगे। सिंहस्थ को लेकर पहले राजधानी भोपाल में फिर उज्जैन में बैठकें होगी। 

शिप्रा शुद्धिकरण, सिंहस्थ क्षेत्र 

में स्थायी निर्माण पर भी चर्चा  

शासन-प्रशासन का पूरा फोकस उज्जैन में संतों को सिंहस्थ में शुद्ध जल के साथ शिप्रा स्नान कराना है। इसके लिए शिप्रा शुद्धिकरण का कार्य भी बहुत प्राथमिकता के साथ होगा।  साधुओं ने भी कह दिया है कि वे सिंहस्थ में सिर्फ शिप्रा के जल से ही स्नान करना चाहते हैं। साथ ही अखाड़ों ने मेला क्षेत्र में स्थायी निर्माण की अनुमति मांगी है। इस पर भी शासन स्तर पर प्रमुखता से चर्चा कर निर्णय लिया जाना है। 

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