जिला प्रशासन से संस्कृति विभाग ने मांगे लाखो रूपये, हर घर तिरंगा अभियान की राशि पर साधी चुप्पी

 

 

इंदौर। आजादी के अमृत महोत्सव में आमजन की भागीदारी के लिए हर घर तिरंगा अभियान चलाया गया। प्रदेश के सभी जिलों में संस्कृति विभाग ने ध्वज उपलब्ध कराए थे, जिनका भुगतान आज तक नहीं हुआ है। बकायादारों की फेहरिस्त में इंदौर सहित कई जिले शामिल हैं।

देश की आजादी का 75वां साल 2022 में मनाया गया था। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहल पर 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा अभियान चलाया गया। महोत्सव का उद्देश्य आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाना था।
हर घर तिरंगा अभियान में कई आयोजन हुए। संस्कृति विभाग द्वारा उपलब्ध कराए ध्वज का भुगतान जिला प्रशासन को विभित्र मदों से करना था, लेकिन करीब दो साल बाद भी भुगतान नहीं हुआ। इस मामले में मप्र शासन के संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने हाल ही में एक पत्र लिखा।
कहा गया कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष 2022 व 2023 में हर घर तिरंगा अभियान के लिए जिला स्तर पर ध्वज के निर्माण व खरीदी में ग्राम संगठन व क्लस्टर लेक्ल फेडरेशन के पास उपलब्ध वित्त संसाधनों, जनसहयोग, सीएसआर व सार्वजनिक उपक्रम और जिला खनन निधि से मिलने वाली राशि का उपयोग किया जाना था।
इसके चलते ध्वज की राशि का भुगतान किया जाए। भुगतान के लिए विभाग पांच बार पत्र लिख चुका है।

इतना बकाया-

इंदौर 4 लाख 79 हजार 500 रुपए (ध्वज के 4.50 लाख, 29500 भाड़ा) धार 18 लाख ध्वज, भाड़ा 1.18 लाख झाबुआ 6.84 लाख ध्वज का तो 44840 रुपए भाड़े के