मतदान सामग्री प्राप्त करने से जमा कराने तक पूरी जिम्मेदारी सेक्टर अधिकारी की

-कलेक्टर व एसपी ने सेक्टर ऑफिसर्स की क्लास ली

-राजनैतिक प्रचार प्रसार संबंधी गतिविधियां पूरी तरह प्रतिबंधित रहें, मतदान केंद्र पर मोबाइल का उपयोग न हों

 

उज्जैन। मतदान दलों के निर्वाचन सामग्री के साथ रवानगी से लेकर वापस सामग्री जमा करने तक संपूर्ण जिम्मेदारी सभी सेक्टर ऑफिसर्स और सेक्टर पुलिस ऑफिसर्स की होगी। सेक्टर अधिकारी शांतिपूर्ण, निष्पक्ष एवं सफलतापूर्वक मतदान करवाएं। यह बात कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने इंजीनियरिंग कॉलेज में सभी विधानसभाओं के लिए नियुक्त सेक्टर अधिकारियों और सेक्टर पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश के साथ कही।

कंट्रोल रूम से रहेगी नजर-

कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को जीपीएस लगे वाहन उपलब्ध कराए गए हैं। जिससे कंट्रोल रूम से सेक्टर अधिकारियों की भी मॉनिटरिंग की जाएगी। सेक्टर अधिकारी शनिवार को अपने सेक्टर का सघन भ्रमण कर 48 घंटे के प्रोटोकॉल का गंभीरता से पालन कराएं। यह देखें कि सेक्टर में किसी प्रकार की सभाएं , ध्वनी विस्तारक यंत्र और अवैध सामग्री का वितरण न हों। सी विजिल में प्राप्त होने वाली शिकायतों का भी त्वरित निराकरण किया जाएं।

आवंटित ईवीएम ही लें-

रविवार सुबह मतदान दलों को निर्वाचन सामग्री का वितरण किया जाएगा। सेक्टर अधिकारी सुनिश्चित करें कि उनके सेक्टर के मतदान दल सामग्री वितरण स्थल के निर्धारित स्थान पर ही बैठें और अच्छे से मिलान कर ही ईवीएम सहित अन्य सामग्री प्राप्त करें। सभी सेक्टर के लिए एक-एक मास्टर ट्रेनर  उपलब्ध कराए गए हैं। मास्टर ट्रेनर की मौजूदगी में अच्छे से सामग्री का मिलन करवा लें। सामग्री प्राप्त करने के दौरान ईवीएम को किसी प्रकार की हानि न पहुंचे इसका विशेष ध्यान रखें। मतदान केंद्र को आवंटित ईवीएम ही प्राप्त की जाए। उन्होंने कहा कि आज मतदान दलों के थर्ड रेंडमाइजेशन के उपरांत मतदान दलों को मतदान केन्द्र आवंटित हो जायेंगें।

दलों की रवानगी सुनिश्चित करावें-

सामग्री प्राप्त होने के बाद मतदान दल समय पर अपने निर्धारित रूट की बस में बैठकर रवाना हों यह सुनिश्चित कराएं। सभी विधानसभाओं के लिए रिजर्व मतदान दल भी बनाएं गए हैं। उज्जैन उत्तर , उज्जैन दक्षिण और घटिया विधानसभा के रिज़र्व दल जिला मुख्यालय पर रहेंगे। शेष चार विधानसभाओं के मतदान दल विधानसभा के ही निर्धारित स्थान पर उपस्थित रहेंगे। रिजर्व दल की आवश्यकता पड़ने पर सेक्टर अधिकारी अपने सहायक रिटर्निंग अधिकारी के सतत संपर्क करें।

मोबाईल चालू रखें-

Bel के इंजीनियर्स भी संबंधित सहायक रिटर्निंग अधिकारी के मुख्यालय में रहेंगे। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टर ऑफिसर अपने मोबाइल फोन चालू स्थिति में रखें। अपने साथ चार्जर और पावर बैंक भी रखें। आपके मोबाइल की बैटरी पूरी तरह चार्ज हो। ताकि किसी भी स्थिति में संपर्क टूटने की स्थिति न बनें। मतदान के दौरान अनावश्यक रूप से ईवीएम मशीनों को ना बदला जाए। अच्छे से चेक करने के उपरांत ही ईवीएम मशीन बदली जाएं। उन्होंने कहा कि इलेक्शन एजेंट की उपस्थिति में मॉकपॉल की प्रक्रिया शुरू की जाए। पोलिंग एजेंट्स की पहचान भी सुनिश्चित कर ली जाएं । 15 मिनट तक अगर इलेक्शन एजेंट नहीं उपस्थित होते हैं तो मॉकपोल की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी जाए। पहले मॉकपॉल के हर 15- 15 मिनट में अपने मतदान दल से संपर्क में रहें। ताकि ईवीएम मशीन खराब होने की सूचना प्राप्त होने पर तत्काल आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

 

माकपोल में एक भी वोट न पडे तो पूरी मशीन बदलें-

मतदान केंद्र पर पोलिंग एजेंट और एक उनका रिलीविंग एजेंट रहेगा। मतदान के दौरान केवल एक ही पोलिंग एजेंट मौके पर उपस्थित रहेगा। कोई भी पोलिंग एजेंट मोबाइल अंदर नहीं ले जाए इसका ध्यान रखें। साथ ही कोई भी मतदाता मोबाइल फोन अंदर लेकर न जाए इसका भी ध्यान रखें। मतदान केंद्र पर मोबाइल का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित रखें।  मॉकपॉल की प्रक्रिया के बाद सर्टिफिकेशन जारी किया जाए। मॉकपॉल के दौरान अगर बैलेट यूनिट खराब होती है तो केवल बैलट यूनिट ,कंट्रोल यूनिट खराब होने की स्थिति में केवल कंट्रोल यूनिट और  वीवीपीएटी खराब होने की दशा में केवल वीवीपीएटी बदली जाए। माकपॉल के दौरान अगर एक भी वोट नहीं पड़ता है तो पूरी मशीन बदली जाए और पुनः मॉकपोल की प्रक्रिया अपनाई जाएं।

मतदान कम होने के कारण की रिपोर्ट दें-

उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारी प्रत्येक 2 घंटे में होने वाले मतदान की निगरानी करें। जिन-जिन मतदान केंद्रों पर मतदान कम हुआ है। वहां बूथ अवेयरनेस ग्रुप के माध्यम से मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित किया जाएं। साथ ही  मतदान कम होने के कारण की भी रिपोर्ट दें। मतदान केंद्र पर अधिकृत व्यक्ति के अलावा कोई भी अनाधिकृत व्यक्ति प्रवेश न करें। 100 मीटर के दायरे में कोई भी अनावश्यक व्यक्ति न घूमें इसका भी ध्यान रखें। 200 मीटर के दायरे में कोई भी राजनीतिक दल अपना बूथ नहीं स्थापित करे यह सुनिश्चित किया जाएं। सभी सेक्टर अधिकारी और सेक्टर पुलिस अधिकारी शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराएं। मतदान समाप्ति के पश्चात मतदान सामग्री इंजिनियरिंग कॉलेज में व्यवस्थित रूप से जमा कराई जाएं।

हर बूथ पर एक पुलिस जवान,एक विशेष पुलिस अधिकारी-

 

पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने कहा कि मतदान सुव्यवस्थित रूप से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। सेक्टर अधिकारी और सेक्टर पुलिस अधिकारी किसी स्तर पर कोई कमी पाई जाती है तो उसकी तत्काल पूर्ति कराएं। सुरक्षा व्यवस्था के लिए पर्याप्त बल उपलब्ध करवाया गया है। हर मतदान केंद्र पर एक पुलिस जवान और एक विशेष पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है। मतदान केंद्र पर मोबाइल के उपयोग को पूरी तरह प्रतिबंधित रखें।

इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना, उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेंद्र कवचे, कार्यकारी निदेशक एमपीआईडीसी राजेश राठौर सहित सभी विधानसभाओं के सेक्टर अधिकारी और सेक्टर पुलिस अधिकारी उपस्थित रहें।