कांग्रेस के मंच पर कुर्सी से ज्यादा नेता, पैर रखने की जगह नहीं थी, दिगज्ज नेताओ के बीच भाजपा को जमकर कोसा

 

इंदौर। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन पत्र भरने से पहले मोती तबेला चौराहे पर आयोजित सभा में कांग्रेस के दो रूप दिखे। 20 से 25 नेताओं से खचाखच भरे मंच पर बैठने की व्यवस्था नहीं होने के बावजूद भी शहर कांग्रेस अध्यक्ष नेताओं को मंच पर आमंत्रित कर रहे थे। इसी इसी दौरान जब भाषण बाजी का दौर चल रहा था तब कांग्रेस के पूर्व विधायक और वरिष्ठ नेता अश्विन जोशी ने मंच की व्यवस्था पर करारा जवाब देते हुए कहा मंची पर बैठने का इतना ही शौक है तो पहले नीचे बैठ फिर चुनाव लड़ कर कुछ दिखाइए।
अश्विन कि इस बात पर पूरा मंच चौक गया। मंच पर बढ़ती भीड़ से डर यह था कि कहीं मंच टूट न जाए। ऐसे राजनीति कार्यक्रम में मंच के टूटने की घटना अक्सर होती रहती है। इसीलिए अश्विन जोशी ने मंच पर भीड़ देखकर
सबको सावधान करते हुए बोली थी।
कल बुधवार दोपहर को मोतीतबेला चौराहे पर कांग्रेस की एक नामांकन सभा हुई। कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम के नामांकन दाखिल करने से पूर्व यह सभा आयोजित हुई थी चिलचिलाती धुप मे अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता सभा स्थल मोती तबेला चौराहे पर पहुंच रहे थे। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी, राज्यसभा सांसद विवेक तंखा, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव के आने से पहले मंच से भाषणबाजी का दौर शुरू हो चुका था।
मंच पर अतिथियों के लिए एक दर्जन से भी ज्यादा कुर्सियां लगाई गई थी, लेकिन कॉर्डलेस माइक हाथ में लेकर शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा नेताओं को मंच पर आमंत्रित कर रहे थे।
मंच पर इतनी भीड़ हो चुकी थी की मंच की सारी कुर्सियां भरने के बाद भी रखने की जगह नहीं थी। कुछ नेताओं को मंच पर ही नीचे बैठा पड़ा था।
इसी बीच शहर कांग्रेस अध्यक्ष सुरजीत सिंह चड्ढा ने भाषण के लिए पूर्व विधायक अश्विन जोशी को बुलाया। अश्विन जोशी के माइक सँभालने से पहले कई नेता 4-4, 5-5 मिनट में अपनी-अपनी बातें रख चुके थे। पूर्व विधायक अश्विन जोशी भाषण देने आए। उन्होंने अपने भाषण के दौरान एक बात ऐसी बोल दी जो पूरे कार्यक्रम में चर्चा का विषय बनी रही। उन्होंने मंच पर बैठे नेताओं की तरफ देखते हुए बोले मंच पर वही लोग बैठे हैं जिन्होंने पार्टी के लिए कुछ किया हो, जो विधायक हो, पूर्व विधायक हो, जिन्होंने चुनाव लड़ा हो ।
उन्होंने आगे कहां अगर किसी को मंच में बैठने का इतना ही शौक है तो पहले वह नीचे बैठे हैं वह फिर चुनाव लड़ कर आए और कुछ करके दिखा तब जाकर मंच पर बैठे। सबको अनुशासित होना पड़ेगा। जब तक पार्टी में अनुशासन नहीं होगा तब तक हम नहीं जीत पाएंगे।
ऐसा कहकर अश्विन जोशी ने अपनी बात समाप्त कर दी। अश्विन की बात सुनकर हर कोई देखता रह गया। अश्विन जोशी ने इसलिए बोली होगी, क्योंकि मंच पर इतनी भीड़ हो गई थी कि उसके टूटने का डर था। ऐसे राजनीतिक कार्यक्रम में भीड़ के कारण मंच टूटने की घटनाएं अक्सर होती रहती है।

सभा में लेट पहुंचे पटवारी, विवेक तंखा सिंगार और अरुण यादव —

चिलचिलाती धूप में सारे नेताओं के भाषण सुनने के बाद कार्यकर्ता अतिथियों का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच दोपहर करीब सवा बजे राजयसभा सांसद विवेक तंखा, पीसीसी प्रमुख जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार और पूर्व प्रदेश कांग्रेस अरुण यादव सभा स्थल पर पहुंचे। जब ये वरिष्ठ नेता मंच पर आए तब कांग्रेस के प्रत्याशी अक्षय बम भी मंच पर आए। अक्षय बम मंच पर इतनी लेट इसलिए आए कि वे अलग-अलग विधानसभा से आगे कार्यकर्ताओं को रिसीव कर रहे थे।
सभा का समापन अतिथियों के भाषण के साथ हुआ। इसके बाद सभी अतिथि कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन भरवाने के लिए कलेक्टर कार्यालय की ऒर चल दिए।