रात का 23 पार पहुंचा तापमान, दिन में बदला मौसम का मिजाज -दोपहर में आंधी-बारिश के बाद गर्मी से मिली राहत

उज्जैन। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते मौसम विभाग ने तेज आंधी-बारिश का अलर्ट पूर्व में जारी कर दिया था। जिसके बाद सोमवार से ही मौसम में बदलाव नजर आने लगा था। मंगलवार-बुधवार रात सीजन की सबसे गर्म रात गुजरी, लेकिन बुधवार दोपहर बाद तेज आंधी-बारिश से मिजाज ही बदल गया। हवा में ठंडक महसूस होने लगी थी। मौसम विभाग ने आगामी 13 अप्रैल तक ऐसा उतार-चढ़ाव बना रहने का अनुमान जताया है। बंगाल की खाड़ी में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढऩे पर मौसम विभाग ने प्रदेश में आंधी-बारिश का अलर्ट 2 दिन पहले ही जारी कर दिया था। इस बीच उज्जैन के तापमान में तेजी बनी हुई थी। मंगलवार को अधिकतम तापमान 38 डिग्री को पार कर गया था। वहीं मंगलवार-बुधवार रात न्यूनतम तापमान भी सीजन का सबसे अधिक 23.4 डिग्री दर्ज हुआ। शहरवासियों को लगा था कि मौसम विभाग का अलर्ट गलत साबित हो रहा है। तभी बुधवार दोपहर एकाएक आसमान में काले बादलों की आवाजाही शुरू हो गई। हवा 15 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चलने लगी। 3.30 बजे बाद तेज बारिश शुरू हो गई और मौसम पूरी तरह से बदला हुआ दिखाई देने लगा। करीब 15 से 20 मिनट हुई बारिश के बाद हवा में ठंडक महसूस होने लगी थी। बारिश का क्रम शहर के आसपास क्षेत्र में बना हुआ था। शहर में हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन काले बादलों और ठंडी हवा से शहरवासी को गर्मी से राहत मिल चुकी थी। स्थानीय जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि दोपहर बाद मौसम में बदलाव आया था, लेकिन अधिकतम तापमान 35 डिग्री को पार कर चुका था। दिन में चली तेज हवा के बाद शाम को रफ्तार 6-7 किलोमीटर की रह गई थी। दो-तीन दिन हल्की बूंदाबांदी का क्रम बना रहेगा। इस बीच उमस बढ़ सकती है।
शहर के कई क्षेत्रों में गुल हुई बिजली दोपहर में मौसम के बदलने और तेज आंधी चलने पर शहर के कुछ क्षेत्रों में बिजली गुल हो गई थी। आंधी चलने से बिल्डिंगों पर लगे होर्डिंग-बैनर गिर गये थे। करीब एक घंटे तक धूल भरी हवा चलती रही, इस बीच बिजली व्यवस्था प्रभावित बनी रही। जिसके बाद व्यवस्था बहाल हो गई थी। इन प्रभावित क्षेत्रों में महाश्वेता-महानंदा जोन, खेडापति जोन नईसडक जोन रहे हैं। अधीक्षण यंत्री पीएस चौहान के अनुसार लाईन पर आंधी बारिश के दौरान पेड की डाली गिरने और कहीं पक्षी के आ जाने सहित अन्य कारण से संबंधित फीडर में शट डाउन की स्थिति बनी । इस स्थिति को तत्काल ही कुछ देर में ठीक कर लिया गया था। पूरे क्षेत्र और फीडर में लाईट प्रभावित होने जैसी कहीं से कोई शिकायत हमारे पास नहीं है। बडे नुकसान की खबर नहीं आई सामने समर्थन मूल्य पर जिले में गेहूं की खरीदी जिला सहकारी बैंक के माध्यम से की जा  रही है।  बैंक के प्रभारी कार्यपालन अधिकारी विशेष श्रीवास्तव के अनुसार आंधी और बारिश को लेकर सभी खरीदी केंद्रों को पूर्व से ही मौसम विभाग की सूचना अनुसार अलर्ट किया गया था। इसके चलते बुधवार को जो बारिश हुई है उससे कहीं भी गेहूं भीगने जैसी सूचना सामने नहीं आई है। बारिश भी कुछ देर की ही रही है। ऐसे में इस्तेमाल किया जाने वाले प्लास्टिक या जूट के बेग में पानी जाना संभव नहीं था।