योजनाबद्ध पढाई व अभ्यास से जीतें गणित का किला

उज्जैन। कक्षा बारहवी का गणित का पेपर कुछ दिनो बाद होना है। परीक्षार्थियो को गणित बडा ही कठिन लगता है पर जैसा इसे कठिन बना दिया गया है वैसा ये है नहीं। गणित विषय कठोर परिश्रम मांगता है। विद्यार्थियो को सही जानकारी हो सके और वे अपना पेपर अच्छे से हल कर सकें इसे ही ध्यान मे रखते हुए दैनिक अवंतिका ने गणित के वरिष्ठ व्याख्याता व मोटिवेटर राहुल विश्वकर्मा से संपर्क किया और उन्होने कुछ टिप्स दिए जिनको अपनाना चाहिए बोर्ड परीक्षा में 80 प्रतिशत सवाल एनसीईआरटी किताबों से आ सकते हैं .यह बचा समय सिर्फ स्टडी का नहीं ब्लकि स्टडी विद प्लानिंग का है।

ऐसे में स्टूडेंट्स के लिए बेहतर रहेगा कि वे सिलेबस चेक करने के बाद एनसीईआरटी की किताबों से ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिस करें. वहीं, सवाल और टॉपिक्स तैयार होने के बाद उनका रिवीजन जरूर करते रहें| बोर्ड द्वारा www.mpbse.nic.in पर अपलोड प्रश्न पत्रों को भी एक बार हल जरुर करें।कक्षा 12 गणित का अध्ययन समझदारी से करना चाहिए। छात्रों को मुख्य रूप से उन अध्यायों को प्राथमिकता देनी चाहिए जिनमें अंकों का बड़ा महत्व हो। बीजगणित, कैलकुलस, सदिश और त्रि-आयामी ज्यामिति इस दृष्टिकोण से सबसे महत्वपूर्ण अध्याय हैं। एक बार पाठ्यपुस्तक की समस्याओं को हल करने के बाद, सभी सूत्र (फार्मूले) अच्छे से याद करें ताकी परिक्षा के हम प्रश्नों को हल करने में आसानी होगी । रोजाना नियमित गणित विषय का रिवीजन जरूर करें।