शासकीय होलकर कॉलेज ए ग्रेड से संतुष्ट नहीं, रिव्यू अपील के माध्यम से पहला स्थान प्राप्त करने की कोशिश

इंदौर। शासकीय होलकर साइंस कॉलेज में जिस तरह से ए ग्रेड प्रकार पूरे मध्य प्रदेश में अपना एक अलग स्थान बनाया है। ऐसे में अब उसकी जिम्मेदारी और भी कई गुना बढ़ गई है। होटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेश सिलावट और उनकी पूरी टीम ने इस खिताब के लिए जी तोड़ मेहनत की और कई नवाचार करने के साथ कॉलेज के अंतर्गत विकास कार्य भी किए थे।

पिछली बार तक ए ग्रेड होलकर कालेज ने नई ग्रेड ए प्लस प्लस लेकर और सर्वाधिक 3.64 स्केल पाइंट अर्जित कर प्रदेश में नंबर वन और देश में आठवां स्थान प्राप्त किया है। बावजूद इसके वह संतुष्ट नहीं है।

वजह यह कि कंसल्टेंसी में उसे जीरो मार्क्स मिले हैं। इसी क्राइटेरिया में कालेज को सबसे कम 3.34 रेटिंग पाइंट प्राप्त हुए, जबकि कालेज को यहां 28 से 30 पाइंट मिलने की उम्मीद थी। माना जा रहा है कि यह टाइपिंग की गलती भी हो सकती है। यदि कालेज को 28 से 30 पाइंट मिलते तो मार्क्स 3672 से ज्यादा हो।
ए प्लस-प्लस ग्रेड हासिल कर प्रदेश में नंबर वन और देश में आठवां स्थान प्राप्त कर इतिहास रचने वाला गवर्मेंट होलकर आटोनामस कालेज अपनी ग्रेड से संतुष्ट नहीं है। इसके चलते अब जल्द ही होल्कर आटोनामस कालेज द्वारा रिव्यू अपील की जाएगी। डा. बिजेन्द्र राय ने नैक प्रभारी के निर्देशन में एसएसआर बनाने का कार्य किया। कालेज द्वारा नैक की तैयारी चार साल से की जा रही थी।

रिसर्च इनोवेशन में सबसे कम मार्क्स-

कालेज में 100 से ज्यादा रेगुलर और 200 से अधिक विजिटिंग फैकल्टी है। यहां से करीब 435 रिसर्चर पीएचडी कर चुके हैं। यहां अत्याधुनिक रिसर्च लैब भी है। इसके बावजूद रिसर्च इनोवेशन एंड एक्सटेंशन क्राइटेरिया में सबसे कम 3.34 रेटिंग पाइंट ग्रेड मिली है जो चौंकाने वाली है। टीचिंग- लर्निंग एंड इन्वेल्युएशन में 3.44 रेटिंग ग्रेड मिली है। दूसरी ओर करिकुलर आस्पेक्ट्स और वेस्ट प्रेक्टिसेस एवं इनोवेशन क्राइटेरिया में चार में से चार मार्क्स मिले हैं। इसी प्रकार इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिसोर्सेस में 4 में से 3.9 मार्क्स मिले। विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास एवं उत्थान में 3.45 का स्कोल दिया गया।

इससे ए प्लस प्लस प्राप्त संस्थानों की लिस्ट में इसका स्थान देश में तीसरा हो जाएगा। इसी के चलते कालेज प्रबंधन ने इस मामले में नैक के समक्ष रिव्यू अपील करने का निर्णय लिया है। कालेज को पूरी उम्मीद है कि रिव्यू अपील में राहत मिलेगी और बेहतर काम का सकारात्मक परिणाम सामने आएगा।