एकात्‍म भाव के जागरण की दिशा में स्‍नेह यात्रा एक ऐतिहासिक यात्रा

उज्जैन । जिले के बड़नगर विकासखंड में स्नेह यात्रा के द्वितीय दिवस की शुरुआत ग्राम पंचायत सरसाना से हुई। यहां पर संत  अरुणक्ष प्रभु, अरुण प्रभु, प्रेमा भक्ति प्रभु धनंजय पंडित  कृष्ण प्रभु, संजय पंडित प्रभु के सानिध्य में भजन कीर्तन एवं करते हुए ग्राम भ्रमण किया गया। रणवा गावडी लोधा में यात्रा पहुंची, जहां सभी ग्रामीणजनों ने पूरे उत्साह-उमंग के साथ यात्रा में सभा गीत कर संतों की वाणी को श्रवण किया। इन पड़ाव ग्रामों से होते हुए यात्रा के अगले विश्राम स्थल ग्राम उंटवास पहुंचे। यहां जनसंवाद स्थल पर उपस्थित सैकड़ो ग्रामीणों ने संतश्री की पुष्पमाला से अगवानी कर संवाद स्थल तक पहुंचे। संवाद कार्यक्रम में जनअभियान परिषद के उपाध्यक्ष  विभाष उपाध्याय का भी सानिध्य एवं मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। संतों ने कहा कि सनातन धर्म अनादिकाल से चला रहा है और इस धर्म में किसी प्रकार का कोई जातिगत भेदभाव शुरू से नहीं रहा है और आगे भी नहीं होना चाहिए। संतों का सानिध्य हमेशा प्रत्येक व्यक्ति का जीवन में होना चाहिए। साथ ही मार्ग तक पहुंचाने का सरल रास्ता है।

उपाध्याय ने जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि जातिगत भेदभाव मानव समाज की उन्नति में बाधक है और यह किसी भी व्यक्ति को मान्य नहीं करना चाहिए। मुख्यमंत्री भी प्रदेश में सामाजिक समरसता के साथ सभी का विकास चाहते हैं। यहां सामूहिक भोज एवं विश्राम के बाद यात्रा हत्याखेड़ी, सुनेडा एवं रणवा होते हुए रात्रि जनसंवाद स्थल का ग्राम किलोली पहुंची। प्रत्येक गांव में ग्रामीणों का अपार उत्साह यात्रा एवं संत समाज के प्रति देखने को मिला। मंदिरों में एवं गांव की बस्तियों में संत गणों ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए उनसे आपसे प्रेम भाव के साथ रहने की अपील की। यात्रा के दौरान जनअभियान परिषद का कोर ग्रुप और मैंटर एवं सीएमसीएलडीपी के छात्र-छात्राओं का विशेष सहयोग रहा। यात्रा में गायत्री परिवार, रामकृष्ण मिशन, पतंजलि, योग शिक्षा, एसडीएम, जनपद पंचायत सीईओ एवं तहसीलदार सहित सभी पंचायतों के सचिव, पटवारी एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग रहा। यात्रा के दौरान परिषद के जिला समन्वयक  सचिन शिंपी एवं विकासखंड समन्वयक  रेणुका श्रोत्रिय के मार्गदर्शन में पूरी यात्रा निकाली गई।