बीजेपी ने कराया निजी एजेंसी से रिपोर्ट कार्ड, नेताओं से लेकर कार्यकर्ताओं के कार्यों की समीक्षा

नए सिरे से होगी ताजपोशी…उज्जैन में भी समीक्षा का दौर शुरू

उज्जैन। उज्जैन और जिले में बीजेपी नेताओं  और कार्यकर्ताओं का रिपोर्ट कार्ड तैयार कराया गया है। बीजेपी सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट कार्ड तैयार कराने के लिए किसी निजी एजेंसी की मदद ली गई है। हालांकि यह फंडा पूरे प्रदेश में ही लागू किया जा रहा है बावजूद इसके अन्य शहरों के साथ उज्जैन में भी अब परफॉर्मेंस के आधार पर ही विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं की नए सिरे से ताजपोशी होगी।

बिंदुओं के आधार पर रिपोर्ट तैयार की
चुनाव में निष्क्रिय रहना, अनमने मन से काम करना, भीतरघात और पूरी क्षमता के साथ चुनाव में उतरने के बिंदुओं के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है। लोकसभा चुनाव का रिजल्ट आने से पहले ही चुनाव को लेकर भाजपा में चुनावी समीक्षा का दौर शुरू हो चुका है। भाजपा नेताओं की गुप्त रिपोर्ट तैयार करने के लिए निजी एजेंसियों का सहारा लिया है, जिनसे भाजपा नेताओं की गुप्त रिपोर्ट तैयार कराई गई है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा संगठन दूसरे प्रदेशों से आए नेताओं से भी फीडबैक लिया है। बताया जा रहा है कि रिपोर्ट में ईमानदार और दगाबाज नेताओं की पूरी कुंडली तैयार की गई है।
उज्जैन की भी अलग से रिपोर्ट

बीजेपी सूत्रों ने बताया कि प्रदेश की सभी सीटों के साथ ही उज्जैन की भी अलग से रिपोर्ट तैयार कराई गई है। बताया गया है कि पार्टी ने ऐसे नेताओं और कार्यकर्ताओं को चिन्ह्ति भी कर लिया है जो लोकसभा चुनाव के दौरान बेमन से  उम्मीदवार के साथ चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे या फिर सिर्फ मुंह दिखाई जैसा कार्य किया गया था।
सबसे बड़ा प्रचार अभियान मुख्यमंत्री  यादव ने संचालित किया

इस बार मतदान में किस नेता ने कितना प्रचार किया? मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने किस रणनीति के तहत चुनाव प्रचार संचालित किया और मोदी की गारंटी पर लोगों को कितना आश्वस्त किया? इन सभी बिंदुओं पर भाजपा संगठन ने अलग-अलग निजी एजेंसियों और मध्य प्रदेश भाजपा के संगठन से रिपोर्ट तैयार करवाई है। प्रदेश में सबसे बड़ा प्रचार अभियान मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संचालित किया। मुख्यमंत्री ने ताबड़तोड़ प्रचार किया। वे सभी 29 लोकसभा सीटों में पहुंचे। उन्होंने 230 विधानसभाओं में से अधिकांश को कवर किया। 55 से ज्यादा रथ सभा, 142 जनसभा, 56 से ज्यादा रोड शो किए हैं। कुल 230 में से वे 185 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार करते दिखाई दिये। उन्होंने 22 प्रत्याशियों का नामांकन खुद दाखिल कराया।