छात्रों को पता ही नहीं कि उन्हें नकली मार्कशीट थमा दी गई, पुलिस नाम पता दर्ज कर छोड़ रही

 

इंदौर। पकड़ाए फर्जी मार्कशीट कांड के आरोपियों से मंगलवार को एक और बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि मुकेश तिवारी अन्नपूर्णा इलाके में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाता है। वहीं, दूसरा आरोपी नीतेश शर्मा का रणजीत हनुमान मंदिर रोड पर वैष्णव कॉलेज के आसपास अपना नेटवर्क फैला रखा है। दोनों ही आरोपी इंदौर के कई कोचिंग इंस्टीट्यूट के बाहर रेकी कर छात्रों को फंसाते थे। विजयनगर टीआई रवीन्द्र गुर्जर ने बताया कि फर्जी मार्कशीट कांड में अब तक चार लोगों मनीष राठौर, दिनेश तिरोले, नीतेश शर्मा और मुकेश तिवारी को गिरफ्तार कर चुकी है।
विजयनगर टीआई रवीन्द्र गुर्जर ने बताया कि फर्जी मार्कशीट कांड में अब तक चार आरोपी मनीष राठौर, दिनेश तिरोले, नीतेश शर्मा और मुकेश तिवारी को गिरफ्तार कर चुकी है।
पुलिस ने इनके पास से 500 से ज्यादा फर्जी मार्कशीट जब्त की। जिन छात्रों ने मार्कशीट बनवाई उन्हें दिनेश तिरोले के फर्जीवाड़े की जानकारी नहीं थी। वे सभी अब थाने के चक्कर लगा रहे हैं। बताया जाता है कि विजयनगर पुलिस रोजनामचे में सभी छात्रों के नाम पते नोट कर पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ रही है।

टॉपर बनाने के लिये कोचिंग संस्थान जुड़े

विजयनगर में पकड़ाए नेटवर्क में अभी तक पुलिस के सामने दामोदर गुप्ता, उमेश, सुमित चौहान, मयंक और आशीष के नाम भी सामने आए हैं। ये इंदौर के भंवरकुआं और अन्य इलाकों में कोचिंग संचालित करते थे। पुलिस के मुताबिक आरोपी अपने यहां के छात्रों को टॉपर बनाने के लिये दिनेश और मनीष जैसे लोगों से मार्कशीट बनवाते थे। कुछ मार्कशीट आरोपियों ने दिल्ली से बनवाई थी। इसमें रिया सहित अन्य लोगों के नाम सामने आए हैं। पुलिस इस मामले में करीब 15 लोगों को आरोपी बना सकती है।

ऑनलाईन दिख रही मार्कशीट, लेकिन असली नहीं

पुलिस के सामने आरोपियों ने यह भी कबूला कि मार्कशीट यूनिवर्सिटी की वेबसाइट्स पर ऑनलाइन दिख रही है। लेकिन उसमें छात्रों को बिना एक्जाम दिए ही पास करवाया है। पुलिस अब इसमें सायबर टीम की मदद भी लेगी। यह भी पता लगाया जाएगा कि आरोपी मार्कशीट ऑनलाइन कैसे जारी कर देते थे। पुलिस को शक है कि इसमें संबंधित यूनिवर्सिटी से जुड़े लोग भी शामिल हो सकते हैं। जानकारी के मुताबिक अभी तक इस मामले में आशीष सबसे बड़ा नाम है। जो भंवरकुआ इलाके में एक्टिव था। सबसे ज्यादा कोचिंग संचालक इसी के संपर्क में है।

आरोपी दिनेश की पत्नी ने लिखा दी गुमशुदा की रिपोर्ट

दिनेश तिरोले सोमवार को अपनी बेटी को लेने स्कूल जाने का कहकर घर से निकला। लेकिन वह स्कूल पहुंचा ही नहीं। शाम तक घर नहीं लौटा तो पत्नी संगीता स्कूल पहुंची। यहां स्कूल प्रबंधन ने दिनेश के मोबाइल पर संपर्क किया तो उसका मोबाइल बंद मिला। पत्नी ने दिनेश के कई दोस्तों और रिश्तेदारों को कॉल किया, लेकिन कहीं भी उसका पता नहीं चला। इसके बाद संगीता ने भंवरकुआ थाने में दिनेश के गुमशुदा होने की रिपोर्ट लिखा दी। हालांकि कुछ समय बाद संगीता को पता चला कि उसे विजयनगर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दिनेश की निशानदेही पर गिरोह में शामिल उज्जैन के आरोपी मनीष राठौर को भी गिरफ्तार किया था।