April 20, 2024

इंदौर। गत् 12 अक्टूबर को अपनी दो साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद माता-पिता के मन में जबरदस्त गुस्सा है। रुंधे गले से पिता एक ही बात कहते हैं कि हमारे साथ जो होना था हो गया। किसी की बच्ची के साथ ऐसा न हो। दुष्कर्मी को मौत की सजा होनी चाहिए ताकि फिर कोई ऐसा दुस्साहस न करें।
यह उस पिता का दर्द है, जिसकी दो साल की मासूम को दोस्त ही अगवा कर ले गया और दुष्कर्म के बाद सड़क किनारे फेंक गया था
पिता का कहना है कि अभी मेरी बच्ची अस्पताल में है। घटना के बाद से ही उसकी मां उसके पास है। बच्ची की हालत देखकर उसकी आंखें पथरा गई हैं। उसे ठीक होने में कितना समय लगेगा, अभी बताया नहीं जा सकता। उसकी हालत देखकर सिहरन सी दौड़ जाती है। मन में इतना गुस्सा है कि मैं बयां नहीं कर सकता। दिनभर मजदूरी कर थकने के बाद मासूम बच्ची की मुस्कान ही हमारे दिल को सुकून देती थी। उस दरिंदे ने मेरी बच्ची की मुस्कान छीन ली। हमारे घर की रौनक ही चली गई..। सोचा था दिवाली धूमधाम से मनाएंगे पर सोचा ना था, ये अस्पताल में यूं रोते-फफकते बीतने वाली है..।
वह मामूली सी ठीक हुई है। लेकिन हमारा मन स्थिर नहीं है। हमारी कोशिश यही है कि बच्ची पहले की तरह मुस्कुराने लगे। हम काम करते थे तो वह अकसर खिलौनों से खेलती थी। उसे खिलौने बहुत पसंद है। मैंने कल ही उसे खिलौना (किचन सेट) लाकर दिया है। उसकी मां जब भी खाना बनाती है, तो उसके साथ वो खुद भी वैसा ही करने लगती है। इसलिए मैंने उसे 200 रुपए का किचन सेट लाकर दिया है, ताकि वह अपना मन खेल में लगा ले। असहनीय दर्द के कारण उसकी मुस्कान अब पहली जैसी नहीं है।