कारखाने में कर्मचारी की जलने से मौत, संचालक- बेटे और नौकर ने पटरी पर फेंका शव

इंदौर ।   20 साल के प्रद्युमन पाल की मौत के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस जिसे आत्महत्या मान जांच कर रही थी, वह हादसा निकला। प्रद्युमन की मौत कारखाने में हुई थी। कारखाना संचालक और उसका बेटा कर्मचारी की सहायता से शव फेंककर फरार हो गया था। पीएम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने कारखाने के फुटेज निकाले तो स्थिति स्पष्ट हुई। गुरुवार को तीनों को गिरफ्तार कर लिया।
बाणगंगा पुलिस के मुताबिक, जगन्नाथनगर निवासी प्रद्युम्न पुत्र बल्लू पाल सांवेर रोड़ स्थित ओद्योगिक नगर में हरीश चौहान की प्लास्टिक फेक्टरी में नौकरी करता था। मंगलवार को उसका शव सुखलिया रेलवे पटरी पर पड़ा मिला।पुलिस ने समझा प्रद्युम्न ने आत्महत्या की है। मर्ग कायम कर पीएम करवाया तो डाक्टर ने बताया प्रद्युम्न की जलने से मौत हुई है।
पुलिस को शक गहराया और जांच करते हुए उस फैक्टरी तक पहुंच गई, जहां वह नौकरी करता था। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज निकाले तो फैक्टरी संचालक हरीश चौहान, बेटा विवेक चौहान निवासी सूरज नगर और कर्मचारी गोपाल अहिरवार निवासी सुखलिया प्रद्युम्न को ले जाते हुए दिखाई दिए।
हादसा दशार्ने के लिए पटरी पर फेंक आए शव
पुलिस के मुताबिक, प्लास्टिक फैक्टरी में गत्ते बनाए जाते हैं। यहां कर्मचारियों की सुरक्षा की व्यवस्था नहीं है। काम करने के दौरान प्रेशर ज्यादा होने के कारण मशीन में ब्लास्ट हो गया और गरम-गरम वेस्ट मटेरियल से प्रद्युम्न झुलस गया। उसकी मौत हो गई। आरोपितों ने हादसा दशार्ने की कोशिश की और शव को पटरी किनारे फेंककर फरार हो गए। मंगलवार को पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किया और गिरफ्तार कर लिया।
डकैती की साजिश, पांच गिरफ्तार
हीरा नगर पुलिस ने आरोपित आकाश यादव, दीपक शर्मा, छोटू चौहान, सुमित शिवाले और आकाश उर्फ अक्की को गिरफ्तार किया है। आरोपित आइएसबीटी (एमआर-10) के पास डकैती की तैयारी में थे। आरोपितों से कट्टा, चाकू बरामद हुए है।