प्रधानमंत्री के आसपास होगा 5 चक्र का सुरक्षा कवच

उज्जैन। महाकाल लोक लोकार्पण को अब कुछ घंटों का समय शेष बचा है। शाम 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाबा महाकाल की नगरी में पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का कवच 5 चक्रो का रहेगा। जिसकी कमान स्पेशल प्रोटक्शन ग्रुप के हाथों में होगी।
856 करोड़ की लागत से बनाए जा रहे बाबा महाकाल के दरबार का प्रथम चरण महाकाल लोक के स्वरूप में निखर चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकार्पण के लिए महाकाल मंदिर पहुंच रहे हैं। दिल्ली से इंदौर तक का सफर प्लेन से तय किया जाएगा। इंदौर प्रधानमंत्री वायु सेना के हेलीकाप्टर में सवार होकर पुलिस लाइन पर बनाए गए हेलीपैड पर उतरेंगे। आसमान में भी उनकी सुरक्षा के लिये 2 हेलीकाप्टर साथ उड़ान भरेगें। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पिछले 1 सप्ताह से तैयारियां की जा रही थी। सुरक्षा में दिल्ली से एसपीजी की टीम उज्जैन पहुंच चुकी थी। प्रधानमंत्री का आगमन होते ही उनकी सुरक्षा में एसपीजी सुरक्षा चक्र के पांच घेरे बनाकर कमान अपने हाथों में ले लेगा। हेलीपैड से महाकाल मंदिर तक आने वाला काफिला एडवांस सिक्योरिटी कारों के साथ होगा। आसपास के 100 मीटर क्षेत्र में सभी रिमोट कंट्रोल डिवाइस को जाम कर दिया जाएगा। काफिले का मार्ग 3 से 4 घंटे पहले वीवीआईपी मूवमेंट के चलते पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। प्रधानमंत्री की सुरक्षा का दायित्व प्रदेश के 160 राजपत्रित अधिकारियों को सौंपा गया है, वही तीन से चार हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। महाकाल मंदिर, महाकाल लोक और प्रधानमंत्री के सभा स्थल कार्तिक मेला ग्राउंड मंच की सुरक्षा व्यवस्था एसपीजी के पास रहेगी। हेलीपैड से सबसे पहले प्रधानमंत्री महाकाल मंदिर पहुंचेंगे जहां पूजा अर्चना के बाद गर्भगृह में कुछ देर ध्यान लगाएं। उसके बाद महाकाल लोक राष्ट्र को समर्पित करेंगे। लोकार्पण के बाद कुछ संतो के साथ प्रधानमंत्री की मुलाकात होगी जिसके बाद वह जनसमूह को संबोधित करने के लिए कार्तिक मेला ग्राउंड पहुंचेंगे। प्रधानमंत्री के लौटने का समय 9 बजे तक का माना जा रहा है।