इंदौर के समाजसेवी किशोर कोडवानी उज्जैन सप्त सागर बचाने मैदान में

उज्जैन कलेक्टर, निगमायुक्त आदि जिम्मेदार अफसरों को नोटिस

इंदौर। इंदौर में लुप्त हो चुकी 11 नदिया ढूंढ कर जिंदा करने वाले एवं पिपल्याहना तालाब को बचाने के लिए जल सत्याग्रह कर अपने जीवन को संकट में डालने वाले सुप्रसिद्ध समाज सेवी किशोर कोडवानी अब उज्जैन के सप्तसागर बचाने की लड़ाई में कूद गए है।
ग्रीन ट्रिब्यूनल की सेंट्रल झोन बेंच भोपाल के ज्यूडिशियल मेंबर जस्टिस शिव कुमार सिंह एवं एक्सपर्ट मेंबर डॉ. अरुण कुमार वर्मा द्वारा उज्जैन के सप्त सागर तथा गोवर्धन सागर के संबंध में आवेदन क्रमांक 11/2022 में सुनवाई करने के बाद 5 मई 2022 को एक आदेश जारी करते हुए उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह को तालाबों और वाटर बॉडीज पर से अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया था। साथ ही नगर निगम आयुक्त के साथ मिलकर तालाबों में गंदगी और किसी भी प्रकार से गंदा पानी मिलने से रोकने का निर्देश था। इसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर अर्थ दंड लगाने के भी निर्देश दिए थे। उज्जैन कलेक्टर द्वारा समुचित कार्रवाई करने और की गई कार्रवाई की रिपोर्ट पेश करने हेतु 2 माह का समय मांगा था। 5 जुलाई को 2 माह पूरे हो जाने के बाद भी रुद्र सागर तालाब क्षेत्र में अब भी निरंतर निर्माण जारी रहने एवं गोवर्धन सागर में मल,मलबा ,कचरा अविरल डाले जाने से व्यथित होकर किशोर कोडवानी ने उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह , निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता,संचालक प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड , मेंबर सेक्रेटरी मध्यप्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड भोपाल को नोटिस भेज कर उनके कृत्य को न्यायालय नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की स्पष्ट अवहेलना मानते हुए स्वयं को ग्रीन ट्रिब्यूनल के समक्ष चल रहे आवेदन 11/2022 में हस्तक्षेप याचक बन न्याय शरण लेने की इच्छा जाहिर की है। माननीय ग्रीन ट्रिब्यूनल के 5 जून को दिए आदेश के परिपालन में दिए गए समय 2 माह में अब तक 2 माह और 20 दिन बीत जाने के बाद की गई कार्यवाही की जानकारी मांगी है। ग्रीन ट्रिब्यूनल में 16 अगस्त आगामी सुनवाई हेतु नियत है।