…फिर शिप्रा में डूबा महाकाल दर्शन करने आया युवक

उज्जैन। बाबा महाकाल के दर्शन करने आया युवक रविवार सुबह क्षिप्रा नदी में डूब गया। गहराई अधिक होने पर उसे साथ आये परिजन और दोस्त नहीं बचा सके। होमगार्ड और गोताखारों ने एक घंटे की तलाश के बाद बाहर निकाला। क्षिप्रा में डूबने से 6 दिन में तीसरा हादसा होना सामने आया है।
इंदौर के सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र में रहने वाला पवन पिता सुनील नामदेव 18 वर्ष अपने मामा धनराज, चचेरे भाई विकास और दोस्तों के साथ महाकाल दर्शन करने के लिए आया था। धार्मिक नगरी में आने वाले श्रद्धालु बाबा के दर्शन से पहले हुए शिप्रा स्नान का महत्व मानते हैं। जिसके चलते रामघाट और क्षिप्रा के घाटों तक पहुंचते है। पवन भी सभी के साथ सुबह 8 बजे नहाने के लिए नृसिंह घाट पहुंचा था। किसी को भी गहराई का अंदेशा नहीं था। पवन ने कपड़े उतराने के बाद छलांग लगा दी। उसे तैरना ठीक से नहीं आता था, पानी में जाते ही घबरा गया और डूबने लगा, उसे देख मामा-चचेरे भाई ने शोर मचाया, लेकिन कोई उसे बचाने के लिये नदी में नहीं जा सकता। कुछ मिनिट में ही पवन डूब गया। दोस्त तैराको की तलाश में रामघाट पहुंचे और होमगार्ड चौकी पर सूचना दी। सैनिक और कुछ तैराक नृसिंह घाट पहुंचे। मोटरबोट की मदद से बिलाई (लोहे की कड़ी) नदी में डाली गई, तैराको ने गोते लगाये।