फिर क्षिप्रा में डूबी भोपाल के युवक की जिंदगी

उज्जैन। क्षिप्रा की गहराई में बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की जिंदगी समाने का क्रम बना हुआ है। शनिवार सुबह भी भोपाल के युवक की डूबने से मौत हो गई। उसके दोस्त ने अपनी जान बचा ली। 4 दिन पहले भी भोपाल का युवक डूब गया था।
महाकाल थाने के एएसआई एमएल मालवीय ने बताया कि भोपाल के अशोका गार्डन में रहने वाला हेमंत पिता जसवंत शर्मा 23 वर्ष चार दोस्त निखिल साहू, सतीश, पारस तिवारी और एक अन्य के साथ महाकाल दर्शन करने के लिये भोपाल पैसेंजर ट्रेन से उज्जैन पहुंचा था। सभी दोस्त क्षिप्रा नहान के लिये सुबह 4 बजे दत्तअखाड़ा घाट पहुंचे। सतीश, पारस और एक अन्य शौच के लिये सुलभ काम्पलेक्स चले गये। हेमंत और निखिल नहाने लिये नदी में कूद गये दोनों को तैरना नहीं आता था। गहराई में जाने पर घबरा गये और खुद का बचाने की कोशिश करने लगे। निखिल बाहर आ गया, लेकिन हेमंत डूब गया। निखिल ने बचाव-बचाव की आवाज लगाई। रामघाट पर मौजूद होमगार्ड सैनिक और तैराक दत्तअखाड़ा पहुंचे। हेमंत की तलाश शुरु की गई। करीब 2 घंटे बाद उसका शव बाहर निकाला गया।