भतीजे पहलवान सिंह ने दो दोस्तों के साथ मिलकर की थी अपने ताऊ की हत्या

सारंगपुर। 25 मई की रात्रि में खेत पर काम करने के बाद खाट पर सौ रहे अपने ही ताऊ को दो दोस्तो के साथ मिलकर मौत के घाट उतारने वाले भतीजे को पकड़कर अंधे कत्ल का पदार्फाश करने में सारंगपुर पुलिस को बड़ी सफलता प्राप्त हुई है। हत्या के मामले में खुलासा करते हुए जानकारी देते हुए बताया कि थाना प्रभारी आशुतोष उपाध्याय ने बताया कि 26 मई फरियादी नरेन्द्र सिंह राजपूत बालोडी रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके बड़े भाई बख्तावर सिंह उम्र 60 साल खेत पर झोपडी बनाकर रहता है। 25 मई शाम करीब 06.30 बजे मैंने अपने भाई को खेत पर झोपडी के पास काम करते हुये देखा था। जबकि 26 मई को दिन में करीब 1.00 बजे जब मैं अपने खेत पर साफ सफाई करने आया था, तब देखा कि किसी अज्ञात व्यक्ति ने मेरे भाई की हत्या कर दी है। हमने अपराध क्रं 318/22 धारा 302 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया। वरिष्ठ अधिकारियों के निदेर्शानुसार एसडीओपी सारंगपुर जोईस दासजी द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर मौका मुआयना कर अग्रिम कार्रवाई हेतु आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये गये। पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा निर्देशन एवं एसडीओपी के मार्गदर्शन में अज्ञात आरोपितों की तलाश हेतु सारंगपुर पुलिस द्वारा टीम गठित की गई। एफएसएल टीम, डाग स्क्वायड, सायबर सेल एवं मुखबिर तंत्र की मदद ली गई एवं हत्या में लिप्त बख्तावर सिंह भतीजे समेत 3 आरोपितों को 1 जून को गिरफ्तार किया गया।
इसलिए भतीजे ने की थी चाचा की हत्या
पुलिस द्वारा मामले की जॉंच में पाया गया कि मृतक बख्तावरसिहं दो भाई है, दोनो भार्ईयों के बीच में 09 बीघा जमीन थी। मृतक बख्तावर सिहं के बच्चे नही थे। मृतक बख्तावरसिहं अपने हिस्से की जमीन अपने भांजे धारासिंह को देना चाहता था। यह बात मृतक के भाई नरेंद्र के लडके पहलवान सिंह को खटकने लगी। पहलवानसिंह का अपने ताऊ मृतक बख्तावरसिहं का आये दिन झगडा होता रहता था। 25 मई को मृतक बख्तावरसिहं व पहलवानसिंह के बीच विवाद हुआ था। विवाद इतना हो गया कि मृतक बख्तावर सिहं के भतीजे पहलवान सिहं ने आवेश में आकर 25 मई की रात्रि में अपने गांव के ही दो दोस्त जितेन्द्र नायक व विकास मालवीय के साथ मिलकर अपने ताऊ बख्तावर सिहं की हत्या की योजना बनाई। जिसके बाद रात में बख्तावरसिहं उसके खेत पर बनी झोपडी के पास खाट पर सो रहा था। पहलवान सिहं व उसके दोस्त जितेंद्र नायक एवं विकास मालवीय ने लोहे के सब्बल से अपने ताऊ के सिर व हाथ पर कई बार हमला करके उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने हत्या के इस प्रकरण में सभी आरोपितों को बुधवार को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया। कार्रवाई में थाना प्रभारी थाना सारंगपुर निरीक्षक आशुतोष उपाध्याय व उनकी टीम अभय सिहं, जितेन्द्र मावई, जेपीएच तिर्की, जितेन्द्र भिलाला, महेन्द्र शर्मा, नवीन, दिवाकर वर्मा, गजेन्द्र सिहं, रवि शर्मा व एफएसएल टीम, डाग स्क्वायड, सायबर सेल की अहम एवं महत्वपूर्ण भूमिका रही।