सीएम हेल्पलाइन के केस हल करने पर इंदौर टॉप 5 जिलों में शामिल

मुख्यमंत्री ने दिए कार्य में लापरवाही बरतने वाले एसडीओपी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश
ब्रह्मास्त्र इंदौर। सीएम हेल्पलाइन में लंबित प्रकरणों का संतुष्टिपूर्वक निराकरण करने पर इंदौर टॉप 5 जिलों में शामिल हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस पर बधाई दी। मुख्यमंत्री ने वीडियों कांफ्रेसिंग के माध्यम से समाधान ऑनलाइन कार्यक्रम के तहत दर्ज प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की। इंदौर से इस वीडियो कांफ्रेसिंग में कमिश्नर कार्यालय से संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आईजी हरिनारायण चारी मिश्रा, कलेक्टर मनीष सिंह, डीआईजी मनीष कपूरिया, पुलिस अधीक्षक महेश चंद्र जैन आदि मौजूद थे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समाधान ऑनलाइन के अंतर्गत विभिन्न जिलों के चयनित आवेदनों के प्रकरण की समीक्षा की तथा अधिकारियों को आवश्यक दिशा- निर्देश भी दिए। उन्होंने इंदौर जिले के महू के आवेदक श्रीमती मंजु से चर्चा की। श्रीमती मंजु ने बताया कि उनकी बेटी शादी की ज़िद करते हुए नाबालिग उम्र में ही लड़के के साथ घर से भाग गई थी। पुलिस को शिकायत की गई। उनकी पुत्री के एक साल तक न मिलने पर उन्होंने समाधान ऑनलाइन में शिकायत की। डीआईजी कपूरिया ने बताया कि फरार लड़की के मोबाइल को लगातार ट्रेस किया जाता रहा। लड़के के रिश्तेदारों से भी नियमित रूप से पूछताछ की एवं गुमशुदा लड़की और लड़के के पोस्टर लगाए गए थे। जैसे ही लड़के ने अपने मोबाइल में दूसरी सिम डाली, लोकेशन ट्रेस की गई एवं लड़की को माता-पिता के पास पहुंचाया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उक्त प्रकरण के निराकरण में एक साल का समय लिया गया जो कि दायित्व के निर्वहन में गंभीर लापरवाही दर्शाता है। उन्होंने संबंधित थाने के एसडीओपी के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बालिकाओं की गुमशुदगी से संबंधित प्रकरणों में तत्परता के साथ कार्रवाई की जाए। इसमें किसी भी तरह का विलंब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस तरह के प्रकरणों में अधिक गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करने की आवश्यकता है।