छत के रास्ते चोरों ने उड़ाये लाखों के आभूषण गमी से लौटे परिवार ने ताला खोला तो बिखरा पड़ा था सामान

उज्जैन। चोरों ने शनिवार-रविवार रात गमी में गये परिवार की गैर मौजूदगी का फायदा उठाया और छत के रास्ते मकान में घुसकर लाखों के आभूषण और नगदी चोरी कर ली। रविवार सुबह परिवार ने लौटने के बाद ताला खोला तो सामान बिखरा और अलमारी खुली दिखाई दी।
देवासरोड मारूति शोरूम के सामने गंगा विहार कालोनी में साइंस कॉलेज कर्मचारी विक्रांत खत्री का मकान बना हुआ है। शनिवार को पूरा परिवार रिश्तेदारी में हुई गमी में शामिल होने गया था। रात को परिवार वहीं रूक गया था। रविवार सुबह गंगा विहार पहुंचा और मकान का ताला खोला। कमरों में सामान बिखरा पड़ा था और अलमारी खुली हुई थी। चोरों ने छत पर लगे वेंटिलेशन को उखाकर मकान में धावा बोला था और चोरी को अंजाम देने के बाद उसी रास्ते से भाग निकले थे। चोरी की सूचना नागझिरी थाना पुलिस को दी गई। पुलिस जांच के लिये पहुंची। इस दौरान सामने आया कि बदमाशों की सं या 2 से 3 रही होगी। पुलिस ने आसपास सीसीटीवी कैमरों की तलाश की, लेकिन कैमरे लगे होना सामने नहीं आये। खत्री परिवार के मकान से एक गली छोड़ कैमरे लगे मिले है। जिसके फुटेज देखे जा रहे है। विक्रांत खत्री के पुत्र सुजल उर्फ सन्नी ने बताया कि चोरों ने 2 सोने के हार, अंगूठी, सोने की चेन, कान की झुमकी, मंगलसूत्र सहित चांदी के आभूषण और 25 हजार रुपए नगद चोरी किये है। जिसकी कीमत 9 लाख रुपए से अधिक है। पुलिस ने पिता की शिकायत पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे बदमाश शहर में चोरी की वारदात करने वाले बदमाश लगातार पुलिस की कार्यशैली को चुनौती दे रहे है। पांच दिन पहले बदमाशों ने महानंदानगर में डॉ. सुरेश कुमार गोले के मकान में बड़ी वारदात की थी। वहीं हाटकेश्वर कालोनी में रहने वाली सुनीता पाल के मकान में भी चोरी हुई थी। 20 अप्रैल को संतकबीर नगर में डॉ कमलेश चंदेल के मकान को बदमाशों ने निशाना बनाया था। 23 अप्रैल को चिमनगंज थाना क्षेत्र की तिरूपति सॉलिटियर कालोनी के 2 मकानों में वारदात हुई थी।  बदमाश महाकाल थाना क्षेत्र के सदावल सीवेज फार्म की गली नबंर 2 में 2 मकानों से लाखों का माल चोरी कर ले गये थे। अब तक नागझिरी, चिमनगंज, नीलगंगा, महाकाल, माधवनगर थाना क्षेत्र के बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुके है। कुछ वारदातों के बाद पुलिस को बदमाशों की गैंग के फुटेज मिले थे। लेकिन अब तक पुलिस उन तक पहुंचने में नाकाम रही है।