मध्यप्रदेश में 3 दिन बाद मिल सकती है हाड़ कंपा देने वाली ठंड से राहत

इंदौर -उज्जैन में भी अभी जारी रहेगा शीतलहर का सितम

इंदौर/ भोपाल। मध्यप्रदेश में तीन दिन बाद हाड़ कंपा देने वाली ठंड से कुछ राहत मिल सकती है। हालांकि 22 और 23 जनवरी को ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्की बारिश होने के आसार हैं। जबकि प्रदेश के बाकी हिस्से में बादल छा सकते हैं। ऐसे में जनवरी के आखिर में कड़ाके की ठंड का तीसरा दौर आ सकता है।
फिलहाल, पूरा प्रदेश कड़ाके की ठंड की जकड़न में है। ग्वालियर-चंबल शीतलहर से कांप रहा है। भोपाल में इस सीजन में जनवरी की रातें 23 साल में सबसे सर्द रहीं। इंदौर में मंगलवार का दिन भी कोल्ड डे के करीब रहा। इंदौर -उज्जैन में आज बुधवार को भी यही स्थिति है। उमरिया, चंबल, रतलाम, राजगढ़, आदि जिलों में कहीं-कहीं शीतलहर का असर है।

3 दिन बाद फिर बदलेगा मौसम

मौसम वैज्ञानिक एचएस पांडे ने बताया कि 18 जनवरी की शाम से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तरी भारत में एक्टिव होगा। इससे हवाओं का रुख बदलेगा और फिर तापमान में बढ़ोतरी होगी। मध्यप्रदेश में 3 दिन बाद इसका असर दिखाई देगा। यानी, तीन दिन तक कड़ाके की ठंड का दौर जारी रहेगा, इसके बाद ही राहत की उम्मीद है।
राजधानी में इस साल जनवरी में सिर्फ एक बार ही रात का पारा 11 डिग्री के पार पहुंच पाया है। वो तारीख थी 13 जनवरी।

इंदौर में चौथा दिन भी कोल्ड डे के करीब

इंदौर में रविवार, सोमवार, मंगलवार की तरह चौथा का दिन भी सुबह के वक्त काफी सर्द रहा। हवा में सुबह 10 बजे तक चुभन महसूस होती रही। दिन भले ही कोल्ड डे के रूप में नहीं बीता, लेकिन महसूस तो शीतल दिन की तरह ही हो रहा था। पारा 22.6 डिग्री रहा, जो औसत से 4 डिग्री कम रहा। न्यूनतम तापमान लगातार 9 डिग्री से कम रिकॉर्ड हो रहा है। यह सोमवार रात 8.6 डिग्री रहा, जो सामान्य से 1 डिग्री कम रहा। ठंड के तेवर अभी नरम होने के आसार नहीं हैं। खासकर रात का तापमान 8 से 10 डिग्री के बीच ही रहने वाला है। ठंड का दायरा भी लंबा रहने वाला है। शाम 5 बजे से अगले दिन 10 बजे तक ठंड का दबदबा रहता है। 11 से 2 के बीच धूप कुछ महसूस होती है।

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नीमच में गल गए फसलों के पत्ते

नीमच के जावद, अठाना, सरवानिया मसानिया,‎ नयागांव में फसलों के पत्ते गल गए। ठंड की‎ वजह से गेहूं, चना, सरसों, अफीम, चिया की‎ फसलों में नुकसान होने लगा है।‎

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मंदसौर में जम गया बाल्टी का पानी

मंदसौर के सालरिया में किसान दीपक खारोल के खेत पर बाल्टी का पानी जम गया। मंदसौर में शीतलहर से जनजीवन प्रभावित है। दो दिन से न्यूनतम तापमान 4 डिग्री के आसपास है।