छात्राओं से यौन उत्पीड़न की जांच के दो साल बाद भी कोई कार्रवाई नहीं

 

वैष्णव पोलिटैक्निक के पूर्व प्राचार्य ने प्राचार्य को लिखा पत्र, सौंपी सीडी

इंदौर। प्रदेश के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित पोलिटेक्निक संस्थान श्री वैष्णव पोलिटेक्निक में छात्राओं द्वारा एक शिक्षक के विरुद्ध यौन उत्पीड़न और दुर्व्यहार की शिकायत की जांच के दो साल बाद भी कार्रवाई नहीं हो सकी है। इस बीच संस्थान के प्राचार्य ने इस्तीफा दे दिया। पूर्व प्राचार्य ने छात्राओं की शिकायत की जांच रिपोर्ट और बयानों की सीडी सीलबंद लिफाफे में सौंपकर कार्रवाई की मांग की है।
एमओजी लाइन स्थित वैष्णव पालिटेक्निक संस्थान सरकार द्वारा शत प्रतिशत अनुदान प्राप्त संस्थान में शामिल है। कुछ महीनों पहले संस्थान के प्राचार्य पद से डॉ.संजय सोडानी ने इस्तीफा दे दिया था। बताया जा रहा है कि सोडानी संस्थान की जमीन हाउसिंग बोर्ड को सौंपने का विरोध कर रहे थे साथ ही संस्थान में कई वित्तीय अनियमितता उन्होंने पकड़ ली थी। अब सोडानी की लिखी एक चिठ्ठी सामने आई है। संस्थान के मौजूदा प्राचार्य एसएस शर्मा को रजिस्टर्ड डाक से यह चिट्ठी पूर्व प्राचार्य ने भेजी है। इसमें लिखा है कि संस्थान की नाबालिग छात्राओं के साथ एक फैकल्टी द्वारा यौन उत्पीड़न की शिकायत के मामले में जांच जून 2020 में पूरी कर ली गई थी। रिपोर्ट और बयानों की सीडी सीलबंद लिफाफे में है। उसे शासी निकाय के समक्ष रखा जाए। सोडानी ने मांग की है कि शासी निकाय के सदस्य इस सीडी को बैठक में ही देखें। माना जा रहा है कि जांच के बाद भी संस्थान द्वारा कार्रवाई नहीं करने की शंका में सोडानी ने यह चिट्ठी लिखी है। साथ ही संस्थान ने नियम तोड़कर अवैध प्रमोशन लेने और एक साथ दो जगहों से वेतन लेने के मामले का भी उन्होंने खुलासा किया है।