ब्यावरा। विश्व हिन्दू परिषद बजरंगदल द्वारा मां वैष्णोंदेवी मंदिर परिसर ब्यावरा में त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें 300 कार्यकतार्ओं को त्रिशूल देकर संगठन के प्रति समर्पण की भावनाओं की दीक्षा प्रदान की गई। कार्यक्रम के बाद कार्यकतार्ओं ने बांग्लादेश में हिन्दू युवक की निर्मम हत्या के विरोध में शहर में आक्रोशित रैली निकाली और स्थानीय पीपल चैराहा पर हिन्दुओं पर हो रहे अमानवीय अत्याचार को लेकर मुदार्बाद के नारे लगाते हुए बांग्लादेश सरकार का पुतला दहन किया।
मां वैष्णोंदेवी मंदिर परिसर में बजरंगदल द्वारा आयोजित किए गए त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलन के साथ की गई। कार्यक्रम में प्रांत संगठन मंत्री सुरेन्द्रसिंह ने कहा कि हमारे पूर्वजों ने भारत माता की रक्षा के लिए अपने प्राणों को न्यौंछावर कर दिया, उसी तरह हमें समर्पित भाव से भारत माता की रक्षा करनी होगी। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता प्रांत संयोजक अवधेश तिवारी ने कहा कि स्वामी श्रद्वानंद एक महान शिक्षाविद्, स्वतंत्रता सेनानी और आर्य समाज के संत थे, जिन्होंने अपना जीवन वैदिक धर्मप्रचार, शिक्षा सुधार और शुद्वि आंदोलन चलाकर हिन्दू समाज को संगठित करने में किया, 23 दिसम्बर 1926 को अब्दुल रशीद नामक व्यक्ति ने उनकी हत्या कर दी। स्वामी श्रद्वानंद के बलिदान दिवस पर त्रिशुल दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में मौजूद 300 कार्यकर्ताओं को त्रिशूल वितरित किए गए।
कार्यक्रम के पश्चात बांग्लादेश में हिन्दुओं पर हो रही बर्वरता के विरोध में कार्यकतार्ओं ने आक्रोश रैली निकली, जो शहर के प्रमुख मार्गों से होकर स्थानीय पीपल चैराहा पर पहुंची, जहां कार्यकतार्ओं ने बांग्लादेश मुदार्बाद के नारे लगाते हुए बांग्लादेश सरकार का पुतला दहन किया। इस मौके पर बजरंगदल प्रांत संयोजक अवधेश तिवारी ने कहा कि एक हिन्दू युवक की यह अमानवीय हत्या कोई अकेली घटना नही है, बल्कि पूरे बांग्लादेश में अल्प संख्यकों के खिलाफ बढ़ती असुरक्षा, भय और व्यवस्थित उत्पीड़न का भयावह प्रतिबिंब है। ऐसे हालात में भारत मूक दर्शन बना नही रह सकता और न ही रहना चाहिए।
भारत सरकार कूटनीतिक पहल कर हिंसा रोके
विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल भारत सरकार से आग्रह करता है कि वह बांग्लादेश में हिन्दुओं और अन्य अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, सम्मान और गरिमा सुनिश्चित करने के लिए सभी संभव कूटनीतिक, राजनीतिक और मानवीय उपाय करे। त्रिशूल दीक्षा कार्यक्रम में बाल संत कामेशकृष्ण महाराज, आचार्य द्वारिकाप्रसाद, प्रांत मंत्री नवलसिंह भदौरिया, मातृशक्ति प्रांत सहसंयोजिका रिंकू सुनेरी, विभाग मंत्री अशोक गुप्ता, विभाग संयोजक राजू मीणा, विभाग सेवा प्रमुख डॉ.अशोक अग्रवाल,विभाग संयोजिका रीना चौधरी सहित जिला, प्रखंड पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।
हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ बांग्लादेश सरकार का पुतला दहन
