पिपलौदा द्वारकाधीश में हुई थी भाजपा नेता और पत्नी की हत्या जघन्य हत्याकांड के आरोपियों को 22 माह बाद दोहरा आजीवन कारावास


उज्जैन। लूटपाट के इरादे से भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या करने वाले 3 आरोपियों को 22 माह बाद न्यायालय ने दोहरा आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। मामला काफी जघन्य और सनसनीखेज था।
नरवर थाना क्षेत्र के ग्राम पिपलौदा द्वारकाधीश में रहने वाले भाजपा नेता रामनिवास कुमावत 70 साल और उनकी पत्नी मुन्नीबाई 65 साल की 26-27 जनवरी 2024 की रात घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी। घटनाक्रम सामने आने के बाद तत्कालीन एसपी रहे सचिन शर्मा मौके पर पहुंचे थे। नरवर थाना प्रभारी रहे मुकेश इजारदार ने मृतका मुन्नीबाई के भाई सुरेश कुमावत की शिकायत पर अज्ञात हत्या करने वालों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। मामले का खुलासा करने के लिये एसआईटी गठित की गई थी। 3 दिन बाद पिपलौदा द्वारकाधीश में रहने वाले आरिफ पिता मुक्कु शाह उर्फ मेहरबान शाह, अल्फेज पिता लियाकत शाह, विशाल पिता मिश्रीलाल माली और एक नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया था। मीडिया सेल प्रभारी कुलदीपसिंह भदौरिया ने बताया कि मामला न्यायालय में आने के बाद 22 माह तक चली सुनवाई के बाद अष्टम अपर सत्र न्यायाधीश विवेक कुमार चंदेल ने फैसला सुनाते हुए तीन आरोपी आरिफ, अल्फेज और विशाल को धारा 302 में दोहरे आजीवन कारावास, धारा 379 में 7 साल, धारा 427 में 2 साल और धारा 460 भादवि में 10 साल कारावास की सजा सुनाई है। तीनों पर 1.45 लाख का अर्थदंड भी लगाया गया है। हत्याकांड में शामिल रहे नाबालिग का मामला बाल न्यायालय में चल रहा है। प्रकरण में विशेष लोक अभियोजक नितेश कृष्णन के द्वारा पैरवी की गई।
फोन नहीं उठाने पर सामने आया था मामला
भाजपा नेता रामनिवास कुमावत खेती किसानी का काम करते थे। घटना वाली रात के बाद सुबह मवेशियों का दूध निकालने रमेश पहुंचा था। रामनिवास भी दूध निकालने आ जाते थे, लेकिन उस दिन नहीं आये तो रमेश ने कॉल किया जो रिसिव नहीं हुआ। आवाज लगाने पर भी रामनिवास और उनकी पत्नी आये। रमेश ने उनके साले सुरेश को सूचना दी। वह गांव में रहता है, उसने बहन-जीजा के घर पहुंचकर दरवाजा नहीं खुलने पर खिडकी के कांच से देखा तो रामनिवास बिस्तर पर खून से लथपथ पड़े दिखाई दिये थे। जैसे-तैसे दरवाजा खोलने पर मुन्नीबाई भी जमीन पर पड़ी मिली थी। घर का सामान बिखरा हुआ था। लूटपाट के इरादे से हुई दम्पति की हत्या की खबर पुलिस को दी गई थी। जिसके बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई थी। पुलिस को घटनास्थल चाकू, छूरी और लोहे का धारदार हथियार मिला था।
रैकी के बाद चारों ने मिलकर दिया था अंजाम
दोहरे हत्याकांड के आरोपियों के गिरफ्त में आने पर एसपी रहे सचिन शर्मा ने मामले का खुलासा किया था, उस दौरान सामने आया था कि आरोपी पहले से रामनिवास के यहां आते-जाते थे। उन्हे पता था कि दोनों अकेले रहते है, उनके पास काफी माल है, चारों ने मिलकर रैकी की और खिड़की की ग्रिल काटकर घर में घुस लूटपाट करने लगे। इस दौरान रामनिवास और उनकी पत्नी के जागने पर उन्होने आरोपियों को पहचान लिया था, पकडने जाने के डर से आरोपियों ने धारदार हथियार से दोनों की हत्या कर दी और कीमती सामान के साथ नगदी लेकर भाग निकले थे। मामले का खुलासा होने के बाद आरोपियों के मकान पर बुलडोजर भी चलाया गया था।

Share:

संबंधित समाचार

Leave a Comment