ब्रह्मास्त्र इंदौर
वार्ड 74 की गलियों में टैक्स चोरी का बड़ा मामला सामने आया है। निगम की सर्वे टीम जब मौके पर पहुंची तो हिसाब-किताब की परतें खुलती चली गईं। डेढ़ दिन के सर्वे में ही करोड़ों की गड़बड़ी सामने आई । नगर निगम को यहां से लगभग चार करोड़ रुपए का टैक्स कम मिल रहा है। अभी सभी वार्डों में लोगों से अपील की जा रही है कि वे खुद संपत्ति कर में संशोधन हों तो करवा ले। हर जोन की राजस्व टीम को अलग-अलग क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई। वार्ड 74 में 11 हजार 341 संपत्तियां दर्ज हैं।
टीम जब मैदान में उतरी तो डेढ़ दिन में करीब पांच हजार संपत्तियों की जांच हो गई। इसमें आधे मामलों में बड़ी खामियां मिलीं। कागजों पर जहां खाली प्लॉट और आवासीय मकान दिखाए गए, वहां होस्टल, दुकानें व व्यावसायिक गतिविधियां चल रही थीं। ऐसे में टैक्स की श्रेणी बदलनी ही थी। निगम को इन संपत्तियों से 6 करोड़ 21 लाख से ज्यादा का टैक्स मिलना चाहिए, जबकि सिर्फ दो करोड़ 33 लाख ही वसूले जा रहे हैं। जोन 11 के एआरओ शैलेंद्र सिंह के खिलाफ पार्षद पति ने शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद सर्वे की रफ्तार थम गई। बताया जा रहा है कि कुछ लोग हिसाब-किताब सामने आने से असहज हैं।
