खजराना गणेश मंदिर में बन रहा स्वर्ण मुकुट: पहले तैयार होगा चांदी का मुकुट, दिसंबर-जनवरी तक दिखेगा गणेशजी का नया स्वरूप

खजराना गणेश मंदिर में बन रहा स्वर्ण मुकुट: पहले तैयार होगा चांदी का मुकुट, दिसंबर-जनवरी तक दिखेगा गणेशजी का नया स्वरूप

इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में भगवान गणेश के लिए नया स्वर्ण मुकुट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस विशेष पहल की शुरुआत एक चांदी के मुकुट से हुई है, जो वर्तमान में तैयार किया जा रहा है। यह मुकुट लगभग 8 से 10 दिनों में बनकर तैयार हो जाएगा।

पहले चांदी, फिर सोना

स्वर्ण मुकुट की डिज़ाइन को पहले चांदी में उतारा जा रहा है। जब यह मुकुट पूरी तरह बन जाएगा, तो भगवान गणेश को पहनाकर उसकी फिटिंग और डिजाइन की जांच की जाएगी। यदि सब कुछ संतोषजनक रहा, तो उसी आधार पर सोने का मुकुट तैयार करने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

समिति की निगरानी में काम

मंदिर समिति द्वारा पहले ही स्वर्ण मुकुट की डिजाइन तय की जा चुकी है। इसे स्थानीय ज्वेलर्स को सौंपा गया है। पुजारी पं. अशोक भट्ट के अनुसार, मुकुट की परफेक्ट फिटिंग के बाद ही सोने के मुकुट का निर्माण शुरू होगा। रिद्धि-सिद्धि और शुभ-लाभ के पुराने स्वर्ण आभूषणों को इसमें शामिल किया जाएगा।

दिसंबर-जनवरी तक बनकर होगा तैयार

अगर सब कुछ तय योजना के अनुसार चलता है, तो अनुमान है कि दिसंबर या जनवरी तक स्वर्ण मुकुट बनकर तैयार हो जाएगा। गौरतलब है कि खजराना मंदिर में गणेश चतुर्थी और तिल चतुर्थी जैसे पर्वों पर ही भगवान गणेश को स्वर्ण आभूषण पहनाए जाते हैं।

आस्था का केंद्र है खजराना

खजराना गणेश मंदिर सिर्फ इंदौर ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश और देशभर के श्रद्धालुओं के लिए गहन आस्था का केंद्र है। यहाँ भगवान गणेश के साथ भोलेनाथ, हनुमान जी, लक्ष्मी माता सहित कई देवी-देवताओं के मंदिर भी हैं।

नए स्वर्ण मुकुट के साथ भगवान गणेश का नया स्वरूप भक्तों को एक अद्भुत आध्यात्मिक अनुभव देगा, जिसे लेकर श्रद्धालुओं में अभी से उत्साह है।

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