उज्जैन। दो माह पूर्व करंट से उद्यानिकी विभाग की नर्सरी में नीलगाय की मौत के मामले में वन विभाग को अब तक आरोपी नहीं मिले हैं। मामला अब भी पंचनामा और बयान के स्तर पर ही सिमटा हुआ है। नए आए एसडीओ विक्रमसिंह सौलंकी को इसकी जानकारी ही नहीं है। बकौल श्री सौलंकी मैंने एक माह के दरमियान ही ज्वाईन किया है। मुझे अब तक प्रकरण जानकारी में ही नहीं दिया गया।
उज्जैन जिला मुख्यालय के प्रशासनिक जोन के नजदीक उद्यानिकी विभाग की नर्सरी है। इसमें आम की विभिन्न प्रजातियों का पुराना बाग है। इसी बाग में 20 मई को दोपहर में उद्यानिकी विभाग की सूचना पर दो नीलगाय के शव वन विभाग ने जब्त कर मात्र पंचनामा बनाया था। नीलगाय के शव बिजली के तारों से घिरे हुए थे। इसके बावजूद वन विभाग के तत्कालीन एसडीओ ने न तो यहां तार जब्त किए थे और न ही शाक मशीन ही ढूंढकर जब्ती के प्रयास किए गए थे।
शाक से हुई थी मौत-
घटनास्थल पर ही पशु चिकित्सक ने दोनों नीलगाय के शवों का परीक्षण किया था। पोस्टमार्टम के लिए घटनास्थल पहुंचे पशु चिकित्सक डा.अरविंद मैथनिया ने बताया था कि उद्यानिकी की नर्सरी में आम बाग में शेडयूल 4 का वन्यजीव 2 नीलगाय करीब 2-3 वर्ष की मादा मृत मिली जिनका विधिमान्य अनुसार पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम में प्रारंभिक जांच में दोनों के हार्ट में अनक्लोटेड ब्लड पाया गया है। जो सामान्य भाषा में शाक की वजह से होता है। पशु चिकित्सा विज्ञान में इसे एनाफायलेटिक शाक कहा जाता है। यहां इलेक्ट्रीक के वायर भी मिले हैं जिनमें दोनों जानवर उलझे हुए थे। पशु चिकित्सक डा.मैथनिया ने पोस्टमार्टम की विस्तृत रिपोर्ट करीब 10 दिन बाद वन विभाग को सौंप दी थी।
बयान लिए जिम्मेदारों के-
वन विभाग ने इसके बाद उद्यानिकी विभाग के उप संचालक पीएस कनेल के साथ ही नर्सरी प्रभारी चंदेल एवं आम बाग के ठेकेदार के बयान लिए थे और विद्युत कंपनी से यहां कनेक्शन को लेकर जानकारी ली थी। तकरीबन पूरी कार्रवाई के बावजूद वन विभाग ने अब तक नीलगायों को करंट लगाकर मारने के प्रकरण में आरोपी तय नहीं किए हैं। वन विभाग के नियमानुसार इस तरह के मामलों में अनुविभागीय अधिकारी वन ही जांच कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत करने का अधिकार रखते हैं। नवागत एसडीओ श्री सोलंकी के मुताबिक अब में इसकी जानकारी रेंज अफसर एवं अन्य से लेता हुं ।
रेंजर जांच कर रहे हैं नोटिस दिए हैं-
मामले में वन मंडलाधिकारी पीडी गेब्रियल ने कई काल एवं लिखित संदेश दिए जाने के बाद शाम को फोन उठाकर बताया कि नीलगाय की मौत के मामले में रेंजर जीवनलाल पौलाय जांच कर रहे हैं । उघानिकी विभाग की नर्सरी में स्थित आमबाग चौकीदार की पत्नी के नाम से ठेके पर था उसके साथ ही नर्सरी प्रभारी श्री चंदेल सहित उप संचालक श्री कनेल को नोटिस जारी किया गया है। पूर्व में इनके बयान दर्ज किए जा चुके हैं। डीएफओ का यह भी कहना था कि उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक श्री कनेल प्रथम श्रेणी अधिकारी हैं उन पर वन्य जीव अधिनियम के आपराधिक प्रकरण के लिए शासन से स्वीकृति लेना होगी।
