कर्ज से परेशान मेडिकल संचालक खाया जहरीला पदार्थ -खेत किनारे खड़ी मिली कार, परिजन पहुंचे थे नलवा

उज्जैन। कर्ज से परेशान मेडिकल संचालक ने जहरीला पदार्थ खा लिया था। उसे परिजनों ने निजी अस्पताल में भर्ती किया था, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। शनिवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर जांच शुरू की है।
चिंतामण थाना क्षेत्र के ग्राम बामोरा में रहने वाला मनोज पिता बाबूलाल मकवाना 28 साल वंशिका मेडिकल एजेंसी का संचालन करता था। शुक्रवार दोपहर को कार लेकर घर से निकला था, शाम को भांजे अभिषेक को कॉल किया जहरीला पदार्थ खा लिया है। ग्राम नलवा में हूं। भांजा घर पहुंचा और परिजनों को सूचना देकर मनोज की तलाश में निकला। करीब आधा घंटे बाद मनोज बड़नगर मार्ग पर खेत किनारे पड़ा मिला। कुछ दूरी पर उसकी कार भी खड़ी थी। परिजन उसे तत्काल उपचार के लिये निजी अस्पातल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने हालत गंभीर होना बताई और आईसीयू में भर्ती किया। रातभर चले उपचार के बाद शनिवार सुबह मनोज की मौत हो गई। मामले की सूचना मिलने पर चिंतामण थाना पुलिस ने मर्ग कायम किया और अस्पताल पहुंची। जहां से शव पोस्टमार्टम के लिये शासकीय अस्पताल लाया गया। इस दौरान परिजनों ने बताया कि मनोज 2 बच्चों का पिता था, उसके ऊपर 8-10 लाख का कर्ज हो गया था। व्यवसाय के लिये उसने कुछ लोगों से रूपये लिये थे, जो अब वापस लौटाने का दबाव बना रहे थे। लेकिन व्यवसाय में मंदी होने के चलते मनोज रूपये नहीं लौटा पा रहा था। पुलिस के अनुसार परिजनों के बयान दर्ज किये जायेगें। वहीं मोबाइल डिटेल खंगाली जायेगी। उसके बाद ही आत्महत्या की वजह सामने आ पायेगी।
इधर शराब के साथ मिलाया जहर
भैरवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम सारोला में रहने वाले रमेश पिता बाबूलाल बागवान 32 साल ने शुक्रवार दोपहर को शराब के साथ कीटनाशक दवा मिलाकर पी ली। उसे उल्टियां करते देख परिजन उपचार के लिये निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। जहां रात में मौत हो गई। परिजनों का कहना था कि उसके पास से कीटनाशक दवा का पाउच पड़ा होना सामने आया था। पुलिस के अनुसार रमेश ऐसा कदम क्यों उठाया इसकी वजह सामने नहीं आई है।

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