रेलवे स्टेशन से गिरफ्त में आया, 3 माह से थी तलाश गुजरात भागने की फिराक में था हत्या के प्रयास का आरोपी

उज्जैन। हत्या के प्रयास में फरार चल रहे आरोपी को पुलिस ने गुजरात भागने से पहले रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार कर लिया। वह पांच दिन पहले ही लौटा था और फिर से गुजरात जाने की फिराक में था। मंगलवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा गया है।
नीलगंगा थाना प्रभारी तरूण कुरील ने बताया कि मार्च माह में होली पर्व पर संजयनगर में 2 पक्षों के बीच जमकर हथियार चले थे। एक पक्ष के युवक की हत्या हो गई थी। कुछ गंभीर घायल हुए थे। मामले में हत्या और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। घटनाक्रम के कुछ दिनों बाद दोनों पक्ष के डेढ दर्जन आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया गया था। हत्या के प्रयास में एक आरोपी चिराग उर्फ यूडी कूलपारे निवासी सार्थक नगर हाल मुकाम केसरबाग कालोनी लगातार फरार चल रहा था। मंगलवार को सूचना मिली कि हत्या के प्रयास में फरार आरोपी यूडी रेलवे स्टेशन के प्लेट फार्म नम्बर 6 पर जबलपुर-सोमनाथ ट्रेन का इंतजार कर रहा है। फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिये एसआई वेदप्रकाश साहू, प्रधान आरक्षक राहुल कुशवाह, आरक्षक दीपक दिनकर, वीरसिंह, और दामोदर पटेल को रवाना किया। घेराबंदी कर हिरासत में लिया। थाने लाकर हत्या के प्रयास में प्रयुक्त तलवार बरामदगी के संबंध में पूछताछ शुरू की गई। आरोपी ने बताया कि हमले के बाद तलवार लालपुल की छोटी रपट के पास लगे बोर्ड के पास पत्थरों के नीचे छुपाकर भाग निकला था। पुलिस ने टीम ने लालपुल के पास पहुंचकर पत्थरों के नीचे तलाश की। जहां से तलवार जप्त की गई है। आरोपी को दोपहर बाद कोर्ट में पेश किया गया। जहां से न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
3 माह से गुजरात में काट रहा था फरारी
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि साथी कान्हा उर्फ संजय, रोहित डोडियार, कमान उर्फ संजय, नीरज प्रजापत, जय उर्फ बच्चा, अजय उर्फ डमरू, शिव, लव, अंशु, राहुल उर्र्फ बच्चा हम सभी रोहित सांडिया और विकास उर्फ कुक्की जिनसे हमारी पुरानी रंजिश होने से उनके मोहल्ले संजय नगर में उन्हें चमकाने गये थे। जहां विवाद होने पर तलवार-चाकू से हमला किया था। अजय डमरू ने रोहित सांडिया को जान से मारने की नियत से चाकू मार दिया था और मैंने भी रोहित को तलवार मारी थी। उसके बाद सभी भाग निकले थे। यूडी ने बताया कि वह गुजरात भाग गया था। जहां मजदूरी कर फरारी काट रहा था। पांच दिन पहले पंवासा स्थित केसरबाग कालोनी घर आया था। पुलिस लगातार तलाश कर रही थी। जिसके चलते वापस गुजरात भागने की फिराक में स्टेशन पहुंचा था।
बहन ने गटक लिया था फिनाइल
2 दिन पहले चिराग उर्फ यूडी की बहन चेतना कुलपारे नीलगंगा थाने पहुंची थी और पुलिस पर आरोप लगाया था कि उसके भाई को पकड़ा गया है,लेकिन कोर्ट में पेश नहीं किया जा रहा है। पुलिस ने गिरफ्तारी की बात से इंकार किया था, तभी चेतना ने फिनाइल गटक लिया था। उस दौरान थाना प्रभारी कुरील ने बताया था कि यूडी की प्राणघातक हमले में तलाश जारी है। उसके खिलाफ 17 संगीन मामले दर्ज है।

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