30 किलोमीटर की हवाओं ने कुछ ही देर में तबाही मचाई, देर रात तक सामान्य व्यवस्था बहाल बिजली कंपनी के हाथ पैर फूले,20 लाख से अधिक का नुकसान -उज्जैन शहर के 9 जोन में 2600 से अधिक शिकायतें हुई, लापरवाही भी सामने आई

 

उज्जैन । नौतपा के चौथे दिन अपरांन्ह में चली तेज हवाओं ने बिजली कंपनी को हिला कर रख दिया। 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने कुछ ही देर में शहर में तबाही मचा दी। उज्जैन शहर के दो संभाग के 9 जोन में 2600 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई। पून: व्यवस्था बहाली में कंपनी के हाथ पैर फूले हैं। पेड और शाखाएं  गिरने से तार टूटे और फिडरों में फाल्ट हुए । कंपनी को एक ही दिन में न्यूनतम 20 लाख से अधिक के नुकसान का अनुमान है।

बुधवार को शहर में अपरांन्ह के समय जमकर तेज आंधी चली थी। इसके बाद बरसात का दौर रहा था। कुछ ही देर में आंधी और बारिश के दौरान जमकर तबाही की स्थिति बनी। शहर के अनेक क्षेत्रों में पेड गिरने,शाखाएं गिरने से बिजली कंपनी के तार टूटने और फीडरों में जमकर फाल्ट हुए थे। कंपनी के अधिकारियों ने पूरे शहर में एक साथ आई इस आफत से निपटने के लिए जमकर मशक्कत की है। इस दौरान कंपनी को न्यूनतम 20 लाख से अधिक के नुकसान की जानकारी सामने आ रही है।

दो संभाग ,9 जोन में बटा शहर-

उज्जैन शहर पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के तहत दो संभाग में बटा हुआ है। इन दो संभागों के तहत 9 जोन हैं। पूर्व शहर संभाग मक्सी रोड के तहत 4 जोन हैं जिनके तहत करीब 70 हजार उपभोक्ता हैं। पश्चिम शहर संभाग नई सडक के अंतर्गत 5 जोन हैं जिनके तहत करीब 77 हजार उपभोक्ता हैं।

1 दिन 2600 से अधिक शिकायतें-

बुधवार को शहर के दोनों संभाग के अंतर्गत चली आंधी और बारिश के दौरान जमकर तबाही के हाल रहे। पूरी बिजली व्यवस्था कुछ ही देर में प्रकृति के समक्ष नतमस्तक करती नजर आने लगी। कई जगहों पर गिरे वृक्ष अपने साथ बिजली के तारों को लेकर धराशाई हुए तो वृक्षों की शाखाओं ने भी लाईन क्षतिग्रस्त कर दी। कई फीडरों पर फाल्ट हुए थे। कुछ ही घंटों में विद्युत कंपनी के काल सेंटर पर शिकायतों का अंबार लग गया। फीडर फाल्ट सहित पूर्वी शहर में 1200 से अधिक दर्ज हो गई। पश्चिम शहर संभाग में कुल 1402 शिकायतें दर्ज हुई।

रात 1 बजे तक व्यवस्था सामान्य का दावा-

पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के पूर्वी शहर संभाग के कार्यपालन यंत्री जयेन्द्र ठाकुर ने दावा करते हुए कहा कि 4 जोन के तहत हमारे पर 1200 से अधिक शिकायतें थी। इनमें से अधिकांश रात 11 बजे तक हमने दुरूस्त कर दी। उसके बाद एक घंटे में शेष शिकायतों का निराकरण जोन की टीमों ने निपटाई। रात 12 बजे पूरे पूर्वी शहर संभाग में स्थिति सामान्य हो गई थी। पश्चिम शहर संभाग के कार्यपालन यंत्री सतीश कुमावत ने बताया कि फीडर फाल्ट सहित 1402 शिकायतें का ढेर लग गया था। रात 1 बजे तक सभी 5 जोन की शिकायतों का निराकरण करते हुए फीडर फाल्ट दुरूस्त कर सामान्य स्थिति बहाल कर दी गई थी।

 

 

एक ही बाक्स बनाए

लापरवाही की हद 12 घंटे बाद निराकरण-

बिजली कंपनी के दावे के विरूद्ध कुछ मामले ऐसे भी सामने आए हैं जिनमें जमकर निरंकुशता एवं लापरवाही सामने आई है। ऋषिनगर महाश्वेता जोन के विशाला फीडर के तहत निवासी उपभोक्ता ने बुधवार को अपरान्ह में ही शिकायत दर्ज करवाई थी। क्षेत्र के अन्य निवासियों के यहां विद्युत प्रदाय था और संबंधित शिकायत कर्ता के यहां नहीं। पोल से परेशानी हुई थी। शिकायत करने के घंटो बाद भी कोई कर्मचारी अटैंड करने नहीं आया तो उपभोक्ता रात 2 बजे महाश्वेता जोन पहुंचा था। जोन पर मौजूद आउटसोर्स कर्मचारी के पास कोई जानकारी उपलब्ध नहीं थी और वह गैंग के ऋषिनगर में होने की जानकारी दे रहा था।

गैंग गायब-

उपभोक्ता ने जानकारी के आधार पर पूरे ऋषिनगर में गैंग को ढूंढा तो भी गैंग नहीं मिली। न ही जेई अपना मोबाईल उठा रहे थे और न ही जोन कार्यालय पर डयूटीरत लाईन मेन का ही नंबर अंकित किया गया था।

आनलाईन शिकायतें फोर्सफूल बंद-

उपभोक्ता ने अपरांह के बाद तीन आनलाईन शिकायतें भी की थी। उसकी इन शिकायतों को परबारे ही उपभोक्ता की शिकायत का निदान किए बगैर ही बंद कर दिया गया। इसके विरूद्ध उपभोक्ता की बुधवार अपरांह की शिकायत पर महाश्वेता जोन से गुरूवार सुबह दुरूस्त करने टीम पहुंची।

1912 बनाम फेकू केंद्र-

विद्युत वितरण कंपनी के 1912 काल सेंटर पर उपभोक्ता ने रात 2 बजे जब शिकायत की अपडेट स्थिति जानना चाही तो उसे काल सेंटर कर्मी उलजुलूल जानकारी देते हुए कहने लगे की आपकी हाईटेंशन लाईन ब्रेक हो गई है ये कल सुबह ही दुरूस्त हो सकेगी। इसके विरूद्ध काल सेंटर के फेंकू अटेंडर को बताया गया कि क्षेत्र के सभी घरों में लाईट है और सिर्फ एक ही उपभोक्ता के यहां बिजली उपलब्ध नहीं हो पा रही है तो वह कहने लगा की हमने जोन पर शिकायत भेज दी है।

भगवान भरोसे जोन-

बुधवार –गुरूवार दरमियान हुए प्राकृतिक प्रकोप के चलते व्यवस्था प्रभावित हुई थी। शिकायतों का अंबार लग गया था इसके बाद भी जोन में आउट सोर्स कर्मचारी के अलावा कोई जवाब देने वाला नहीं था। जिम्मेदार अधिकारी फोन उठाने को तैयार नहीं थे। हालात यह थे कि पूरी व्यवस्था भगवान भरोसे ही चल रही थी।

 

-बुधवार अपरांन्ह शहर में आंधी और बारिश के दौरान जमकर बिजली व्यवस्था पर प्राकृतिक प्रहार हुआ। अभी नुकसान की जानकारी मांगी गई है। फिर भी न्यूनतम 20 लाख से अधिक का नुकसान हुआ है। शहर के दोनों संभाग में 2600 से अधिक शिकायतें दर्ज हुई थी। शिकायत पर 12 घंटे बाद दुरूस्ती के लिए पहुंचना और आनलाईन शिकायत फोर्स फूल बंद करने के मामले में जांच करवा रहे हैं। संबंधित जोन से जवाब लिया जाएगा।

-पीएस चौहान,अधीक्षण यंत्री,विद्युत वितरण कंपनी , उज्जैन

 

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