April 26, 2024

ब्रह्मास्त्र इंदौर। मालवा और खासकर इंदौर में दंगा भड़काने के साजिशकर्ताओं में से एक अल्तमस के तालिबानी व पाकिस्तानी नेटवर्क को तोड़ने का जिम्मा अब इंटरपोल को सौंपा गया है।
गौरतलब है कि इंदौर में 28 अगस्त को अराजकता फैलाने वाले चार आरोपियों को खजराना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसमें से तीन आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। पकड़े गए अल्तमस की आवाज का सैंपल जांच के लिए भेजा गया है। जो पाकिस्तानी नंबर अल्तमस के मोबाइल में मिले थे, उसकी जानकारी पुलिस द्वारा इंटरपोल को दे दी गई है। इंदौर के बाणगंगा इलाके में हुई चूड़ी वाले के पिटाई के वायरल वीडियो के बाद जांच एजेंसी द्वारा यह खुलासे किए गए थे। इरफान, अल्तमस, सैय्यद और जावेद को दंगा भड़काने के मामले में गिरफ्तार किया था।
पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने यह दावा किया था कि अल्तमस का संपर्क पाकिस्तान से ही नहीं बल्कि तालिबान से भी सामने आया हैं। उसके मोबाइल की जांच की जा रही है। आरोपी के पास 200 से अधिक आपत्तिजनक दस्तावेज भी मिले थे। उसके मोबाइल में कई संदिग्ध वॉट्सऐप ग्रुप मिले हैं, जिस पर भड़काऊ सामग्री पोस्ट की जाती थी। वहीं इंदौर पुलिस द्वारा अब इंटरपोल की मदद से यह जानकारी जुटाई जा रही है कि अल्तमस किन-किन दुश्मन देशों से संपर्क में था और विदेशों से उसका क्या ताल्लुक था। क्या कोई उसका आका इस तरह की अराजकता फैलाने के लिए पर्दे के पीछे है।