उज्जैन। सोमवार से शुरू हुए शैक्षणिक कार्य के दुसरे दौर में शासकीय स्कूलों की स्थिति उम्मीद से विपरित सामने आई है। शैक्षणिक सत्र के दुसरे दौर में पहले दिन जिले के 206 हायर सेकेंडरी एवं हाई स्कूलों में से मात्र 2 स्कूलों में ही 75 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों की उपस्थिति दर्ज हुई है। 21 स्कूलों ने तो आदेश के विरूद्ध उपस्थिति ही साफ्टवेयर में दर्ज करना उचित नहीं समझा। जिले के 1562 प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में से 843 ने उपस्थिति दर्ज नहीं की है। इन्हे कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए जा रहे हैं।

सोमवार से शैक्षणिक सत्र के दुसरे दौर की शुरूआत हुई है। डेढ माह की गर्मी की छुट्टी के बाद सोमवार से एक बार फिर स्कूलों की शुरूआत हुई है। शिक्षा विभाग ने पूर्व से तैयारी की थी की पहले दिन से ही शैक्षणिक गतिविधियों को अंजाम देना शुरू किया जाए। इसके लिए विद्यालयों से उपस्थिति की पंजी को प्रतिदिन साफ्टवेयर में दर्ज करने की प्रक्रिया को पूर्व में ही शिक्षकों को बता दिया गया था। इसके विरूद्ध पहले दिन जिले के हायर सेकेंडरी से लेकर प्राथमिक स्कूलों में उपस्थिति बेहाल रही है। सहायक संचालक गिरिश तिवारी के अनुसार 21 हायर सेकेंडरी, हाई स्कूल एवं 843 प्राथमिक,माध्यमिक विद्यालयों को कारण बताओ सूचना पत्र देने की तैयारी है।

119 में 25 फीसदी से कम उपस्थिति-

जिले में हायर सेकेंडरी एवं हाई स्कूल कुल 206 हैं। इनमें से 185 स्कूलों ने साफ्टवेयर के तहत प्रतिदिन की उपस्थिति की जानकारी से जिला मुख्यालय को अवगत करवाया है। पहले दिन इनमें से 119 स्कूलों में उपस्थित 25 प्रतिशत से कम रही। 57 स्कूलों में 50प्रतिशत से कम विद्यार्थी संख्या रही है। जिले के 4 हायर सेकेंडरी हाई स्कूलों में 75 प्रतिशत से कम जबकि 2 स्कूलों में 75प्रतिशत से ज्यादा उपस्थिति दर्ज की गई है । 21स्कूलों ने जहमत ही नहीं उठाई अटेंडेंस दर्ज करने की ।

प्रावि / मावि ने उपस्थिति दर्ज नहीं की-

जिले में 1562  प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालयों में से 719 ने ही दैनिक उपस्थिति के साफ्टवेयर में पीएस,एमएस में उपस्थिति दर्ज की। खास यह रहा कि कुल स्कूलों में से 50 प्रतिशत ने भी विभागीय आदेश के तहत दैनिक उपस्थिति को दर्ज करना वाजिब समझा ।

तंत्र की सक्रियता पर सवाल-

दुसरे दिन इस मामले में जिला शिक्षा विभाग में हडकंप की स्थिति रही है। संकुल से लेकर विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय तक हडकंप मचा रहा है। सामने आ रहा है कि विकास खंड स्त्रोत समन्वयक एवं सीएसी कार्यालयों में सुबह से ही इस मामले में क्षेत्रीय स्तर पर जवाब तलब किए जाते रहे हैं। पर्याप्त अमले के बाद भी ऐसी स्थिति पर सवाल खडे हुए हैं।

पहले दिन स्कूल संचालन लक्ष्य से दूर-

सोमवार को शैक्षणिक सत्र के दुसरे दौर में कलेक्टर रोशन कुमार सिंह , जिला पंचायत सीईओ जयतिसिंह एवं पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा ने खेडा खजुरिया स्कूल का भ्रमण का स्थिति देखी थी।

प्रभारी डीईओ महेंद्र खत्री, एडीपीसी गिरीश तिवारी, बी ई ओ देवेंद्र आर्य ने उत्कृष्ट माधवनगर, सराफा, महाराजवाड़ा न 2, महाराजवाड़ा न 3 का निरीक्षण किया था। इन सभी स्कूलों में उपस्थिति न्यूनतम रही है। अपेक्षा के विरूद्ध  पहले दिवस स्कूलों का संचालन लक्ष्य से दूर रहा। उपस्थिति कमजोर होने से जिले के अधिकांश विद्यालयों में अध्ययन अध्यापन का दौर शुरू नहीं हो सका।

 

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